मीरा जाटव प्रकरण में लगी फाइनल रिपोर्ट
- सीओ रसूलाबाद कर रहे मामले की जांच - मामले में पुलिस कर्मियों समेत फंसे बसपा नेता फर्रुखाबाद,
- सीओ रसूलाबाद कर रहे मामले की जांच
- मामले में पुलिस कर्मियों समेत फंसे बसपा नेता
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : चर्चित मीरा जाटव प्रकरण में फंसे आरोपियों को राहत मिलने के आसार साफ नजर आने लगे हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो रसूलाबाद क्षेत्राधिकारी ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाते हुए आख्या पुलिस अधीक्षक को भेज दी है।
कन्नौज जनपद के गुरसहायगंज थाना क्षेत्र के ग्राम मलिकपुर निवासी मीरा जाटव के विरुद्ध कमालगंज के तत्कालीन थानाध्यक्ष सालिगराम वर्मा ने धमकी देने का मामला दर्ज कराया था। 26 अप्रैल को दर्ज कराए गए इस मामले में 30 अप्रैल को तत्कालीन एसओ ने ही मीरा जाटव को 500 ग्राम नशीले पाउडर के साथ गिरफ्तार कर लिया था। 30 अप्रैल की रात ही वह पुलिस कर्मियों के साथ मीरा जाटव को लेकर जेल जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मीरा जाटव ने पुलिस जीप से छलांग लगा दी थी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद नौ मई को कानपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मीरा की मौत हो गई थी। 10 मई को मीरा के पिता रामदास ने इस मामले में सालिगराम वर्मा, आरक्षी नारायणी देवी, बसपा नेता महेंद्र कटियार और उनके पुत्र गुरदीप कटियार के विरुद्ध हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस चर्चित मामले की जांच तत्कालीन सीओ अमृतपुर कालूराम दोहरे को सौंपी गई थी। 21 जून को विवेचना कानपुर नगर स्थानांतरित हो गई थी और सीओ रसूलाबाद को जांच सौंप दी गई थी। इस प्रकरण में तत्कालीन एसओ कमालगंज समेत पांच पुलिस कर्मी निलंबित भी कर दिए गए थे।
इस घटना में विवेचना अधिकारी ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। फाइनल रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक कार्यालय को मिल भी गई है, लेकिन औपचारिक तौर पर पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।