भाला फेंक व हैमर के खिलाड़ी मायूस लौटे
- अनुनय-विनय के बावजूद नहीं कराई प्रतियोगिताएं - तेज धूप से तीन खिलाड़ी मैदान में गिरे फर्रुखाबाद
- अनुनय-विनय के बावजूद नहीं कराई प्रतियोगिताएं
- तेज धूप से तीन खिलाड़ी मैदान में गिरे
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : जोनल खेलकूद रैली रविवार को भी अव्यवस्थाओं से घिरी रही। जूनियर वर्ग की भाला फेंक व बालिकाओं की हैमर प्रतियोगिता न कराने से खिलाड़ियों को मायूस होकर लौटना पड़ा। ट्रैक पर चूना न होने से खिलाड़ी परेशान रहे। तेज धूप के चलते तीन स्पर्धाओं में दौड़ के दौरान खिलाड़ी गिर पड़े।
मदनमोहन कनोडिया इंटर कालेज की छात्रा प्रियंका, निशा दीक्षित, रामानंद बालिका इंटर कालेज की नेहा यादव, क्रिश्चियन कालेज के सुमित मिश्रा व सुशील ने काफी देर तक आयोजकों से भाला फेंक व हैमर प्रतियोगिता कराने के लिए अनुनय विनय की। लेकिन समय न बचने का हवाला देकर प्रतियोगिता कराए बिना खिलाड़ियों को वापस कर दिया गया।
तेज धूप से दौड़ के दौरान खिलाड़ी परेशान रहे। रामानंद कालेज की छात्रा 5 हजार मीटर व कनोडिया कालेज की छात्रा को 1500 मीटर दौड़ में गिर जाने से प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। नगला खैरबंद की छात्रा 3 हजार मीटर में फिनिश लाइन छूने के बाद गिर पड़ी। छात्रा का तीसरा स्थान आया। धूप से बचने के लिए कुछ शिक्षिकाएं व छात्राएं छाता लगाएं रहीं, वहीं कई छात्राओं ने सिर पर रूमाल व दुपट्टा डालकर धूप से बचने की कोशिश की। जिला क्रीड़ा प्रभारी राकेश मिश्रा ने बताया कि जो प्रतियोगिताएं समय की कमी से नहीं हो पाईं, उन्हें जनपद रैली में करा लिया जाएगा।
बजट की तंगी, 25 हजार से रैली
जोनल रैली में कम बजट का मुद्दा भी छाया रहा। जनपद रैली में 1.50 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं। जबकि तीन जोनल रैली के 25 हजार रुपये प्रति रैली के हिसाब से 75 हजार रुपये बजट ही दिया जाता है। प्रधानाचार्यों ने जोनल रैली के लिए 50 हजार व जनपद रैली के लिए दो लाख रुपये बजट दिए जाने की मांग की है।