एन्ड्रॉइड मोबाइल की चाहत ने छात्रों को चोर बनाया
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : फतेहगढ़ के राजपूत रेजीमेंट सेंटर के परिसर स्थित मॉल के पास मोबाइल शाप
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : फतेहगढ़ के राजपूत रेजीमेंट सेंटर के परिसर स्थित मॉल के पास मोबाइल शाप से शटर तोड़कर मोबाइल चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया। आरोपी तीन किशोरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनका एक साथी मौके से भाग गया। पुलिस ने चोरी किये गये कीमती 26 मोबाइल, चार्जर भी बरामद कर लिये। पूछताछ में एन्ड्रॉइड मोबाइल की चाहत में किशारों के छात्र से चोर बनने की कहानी सामने आयी है।
शहर के मोहल्ला नोनमगंज निवासी कुलदीप ¨सह की राजपूत रेजीमेंट सेंटर के परिसर स्थित मॉल के पास मोबाइल शाप है। 7 जुलाई की रात दुकान का शटर तोड़कर ढाई लाख रुपये कीमत के करीब 30 मोबाइल व 15 हजार रुपये चोरी कर लिये गये थे। कुलदीप के चाचा ओमप्रकाश ने इस संबंध में फतेहगढ़ कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ 8 जुलाई को मुकदमा दर्ज कराया था। शुक्रवार को चोरी गये एक मोबाइल से की गई बातचीत सर्विलांस की रडार में आयी। पुलिस टीम ने लोकेशन के आधार पर छापा मारा। शक के दायरे में आये एक आरोपी के भाई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने बताया कि भाई व उसके दोस्त मोहल्ले में मोबाइल बेचने की चर्चा कर रहे थे। वह लोग घर से गायब हैं।
कोतवाली प्रभारी रजनेश ¨सह चौहान व स्वाट टीम ने योजना के तहत शनिवार भोर मसेनी चौराहे पर घेराबंदी की तो तीन किशोर पुलिस के हत्थे चढ़ गये। जबकि उनका एक साथी चकमा देकर भाग गया। 15 से 16 वर्षीय तीनों किशोर नौगवां के निवासी हैं। उनके कब्जे से थैलों में रखे 26 मोबाइल, पांच चार्जर मिले। पूछताछ में किशोरों ने बताया कि वह चारो लोग कैंट जूनियर हाईस्कूल में पढ़ते हैं। शेष मोबाइल मौके से भागे साथी के पास हैं। जबकि चोरी में मिले रुपये उन लोगों ने खर्च कर दिये हैं। उन्होंने बताया कि उनके घरों की आर्थिक स्थित अच्छी नहीं है। वह लोग स्कूल से छूटने के बाद अक्सर मॉल स्थित रेस्टोरेंट आदि दुकानों में काम करने जाते थे। वहां वह लोगों के पास महंगे मोबाइल देखकर ललचाते थे। खरीद न पाने की वजह से उन्होंने कुछ दिन पूर्व ही दुकान से मोबाइल चोरी की योजना बनाई। तड़के दौड़ लगाने के दौरान वह लोग दुकान पर पहुंचे और शटर तोड़कर मोबाइल पार कर दिये। उन लोगों को अपने पास महंगा मोबाइल रखने का शौक था।
देर शाम पुलिस लाइन स्थित सभागार में पुलिस अधीक्षक राजेश कृष्ण ने घटना का खुलासा करते हुए पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार आरोपी 14, 15 व 16 वर्षीय हैं। इसलिए उन्हें बाल अदालत में पेश किया गया था। वहां से उन्हें बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया।
फौजी बनना था बन गए चोर
पुलिस महकमे से जुड़े विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पकड़े गए किशोर रोज सुबह दौड़ने जाते थे। अलसुबह कभी तीन बजे तो कभी चार बजे दौड़ते थे। भविष्य में वह लोग फौज में भर्ती होना चाहते थे और इसीलिए अभी से दौड़ की तैयारी कर रहे थे। अफसोस कि उन्हें महंगे मोबाइल रखने की ख्वाहिश ने चोर बना दिया।