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जीप फंसने पर ट्रैक्टर से बाढ़ का लिया जायजा

अमृतपुर, संवाद सहयोगी : बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में होने और पीड़ितों को दुश्वारियों का सामना न होने द

By Edited By: Published: Sun, 24 Jul 2016 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jul 2016 01:00 AM (IST)

अमृतपुर, संवाद सहयोगी : बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में होने और पीड़ितों को दुश्वारियों का सामना न होने देने का दावा करने वाले अफसरों को शनिवार को हकीकत का सामना करना पड़ गया। जागरण की खबरों को संज्ञान में लेकर बाढ़ का जायजा लेने निकले तहसीलदार की जीप बाढ़ के पानी में फंस गई। यह बात और है कि इसके बावजूद भी तहसीलदार ट्रैक्टर पर सवार होकर पीड़ितों का दर्द और बाढ़ की दुश्वारियां जानने के लिए दौरा करने गए।

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तहसील क्षेत्र के कुछ गांव गंगा तो कुछ रामगंगा में आई बाढ़ के कारण बुरी तरह प्रभावित हैं। अभी तक बाढ़ पीड़ित गांवों को लेकर राजस्व विभाग के अधिकारी कार्यालय परिसर में ही बैठकर फरमान जारी कर रहे थे। इसके चलते इन अफसरों को जमीनी हकीकत और बाढ़ पीड़ितों के दर्द का एहसास नहीं था। बहरहाल शनिवार को तहसीलदार शेखआलमगीर ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का रुख किया। वनासीपुर के निकट बाढ़ के पानी में तहसीलदार की जीप फंस गई। इसके बाद उन्होंने ट्रैक्टर पर बैठकर आगे के गांवों का निरीक्षण किया। तहसीलदार ने कुडरी सारंगपुर, करनपुरघाट में ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इन गांवों में ग्रामीणों ने नाव दिए जाने की मांग की। कुडरी सारंगपुर में प्रधानपति बबलू ने बताया कि ग्रामीण बाढ़ की वजह से पलायन करने लगे हैं। बाढ़ के चलते झोपड़ी गिर जाने की जानकारी भी उन्होंने दी। तहसीलदार ने बताया कि प्रशासन हरसंभव सहयोग करेगा। बाढ़ पीड़ितों को नियमानुसार आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि कुडरी सारंगपुर के लिए नाव की व्यवस्था हो गई है।


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