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खोदाई में जेवर व सिक्कों भरी मटकी मिली

फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : शहर के मोहल्ला चीनीग्रान निवासी रिटायर्ड प्रधान बंदी रक्षक नसीम उर्फ म

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 07:29 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 07:29 PM (IST)
खोदाई में जेवर व सिक्कों भरी मटकी मिली

फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : शहर के मोहल्ला चीनीग्रान निवासी रिटायर्ड प्रधान बंदी रक्षक नसीम उर्फ मोना के भतीजे नासिर शनिवार को पक्कापुल चौराहा स्थित अपनी दुकान की खोदाई करा रहे थे। उसी समय मजदूरों को जमीन में दबी एक मटकी मिल गयी। उसमें जेवरात व चांदी के सिक्के भरे हुए थे। मजदूरों में सिक्कों को लेकर छीनाझपटी मच गई। शाकिर ने भी मजदूरों से कुछ सिक्के ले लिये। खबर फैलते ही भीड़ लग गई। इस दौरान मौका पाकर मजदूर व मलबा भर रहा ट्रैक्टर चालक खिसक गया। शाकिर के परिजन व अन्य लोग मजदूरों की तलाश करते रहे। सूचना पर पुलिस दबिशें देकर चार मजदूरों व ट्रैक्टर चालक को कोतवाली लायी। तहसीलदार व सीओ ने पूछताछ की।

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पक्कापुल चौराहा स्थित पुरानी दुकानों की फर्श खोदी जा रही थी। थाना नवाबगंज क्षेत्र के गांव शुकरुल्लापुर निवासी तीन व मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के गांव नया नगला निवासी एक मजदूर खोदाई में लगे थे। मलबा उठाकर ट्राली में भरा जा रहा था। इसी बीच मजदूर का फावड़ा मटकी से टकराया। इस पर मजदूर कुछ देर के लिए ठिठक गये और एक दूसरे की ओर देखने लगे। इसी बीच मौके पर मौजूद नासिर ने मजदूरों टोका। मजदूर मटकी में रखे चांदी के सिक्के जेब में भरने लगे। नासिर ने मजदूरों से कुछ सिक्के ले लिये और अपने घर की तरफ भागे। इस बीच मजदूरों में सिक्कों के लिए छीना-झपटी मच गई। गांव सरह निवासी ट्रैक्टर चालक ने भी कुछ सिक्कों पर हाथ साफ किया। भनक लगते ही मौके पर भीड़ लग गई। इस बीच मौका पाकर मजदूर व चालक खिसक गये। खजाना मिलने की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक व स्वाट टीम प्रभारी महेंद्र कुमार त्रिपाठी फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने नासिर से पूछताछ की। इसके बाद ट्रैक्टर चालक व मजदूरों को पकड़कर कोतवाली लाया गया। मजदूरों के पास कुछ सिक्के बरामद हुए। सीओ देवेंद्र कुमार ने भी मजदूरों के पूछताछ की। मजदूरों ने बताया कि नासिर के परिजन उनके घर तक पहुंच गये थे। उन्होंने कुछ सिक्के उन्हें दे दिये।

नासिर ने बताया कि दुकान में बैंक का एटीएम लगना है। दुकान की ऊंचाई अधिक होने से वह फर्श खोदवा रहे थे। मजदूरों से उन्हें चार सिक्के मिले। वह इसकी जानकारी देने अपने भाई महताब आलम के पास चले गये थे। इसी बीच मजदूर भाग गये। मटकी उन्हें नहीं मिली। सिक्के जमीन में ही दबे थे। किसी प्रकार का जेवर भी उन्हें नहीं मिला। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक डीके शर्मा ने बताया कि 16 सिक्के बरामद किये गये हैं। सिक्के सन 1862 के निर्मित हैं। उन पर विक्टोरिया लिखा है और चित्र भी बना है। कुल कितने सिक्के मिले हैं, इसकी जांच की जा रही है। बरामदगी का प्रयास किया जायेगा।

पुरातत्व विभाग करेगा जांच

मजदूरों व दुकान मालिक से पूछताछ के बाद तहसीलदार सदर आरपी चौधरी ने बताया कि बरामद सिक्के प्राचीन हैं। सिक्के कोतवाली में जमा करा दिये गये हैं। इसकी रिपोर्ट पुरातत्व विभाग को दी जायेगी। पुरातत्व अधिकारी ही सिक्कों की जांच करेंगे। पुलिस को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं।


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