एक हजार स्कूलों में नहीं बना मिडडे मील
- भोजन करने वाले बच्चों की संख्या शून्य फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : गर्मी की छुट्टियों में वि
- भोजन करने वाले बच्चों की संख्या शून्य
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : गर्मी की छुट्टियों में विद्यालय खोलकर बच्चों को मिडडे मील खिलाने की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। दैनिक अनुश्रवण प्रणाली (आईवीआरएस) के अनुसार जिले के 1988 विद्यालयों में एक हजार स्कूलों में मध्याह्न भोजन खाने वाले बच्चों की संख्या शून्य रही।
दैनिक अनुश्रवण प्रणाली के अनुसार माध्यमिक विद्यालयों व अनुदानित जूनियर हाईस्कूलों में मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा। आधे से अधिक परिषदीय विद्यालय भी भोजन नहीं बनवा रहे। मंगलवार को आईवीआरएस डाटा की रिपोर्ट के अनुसार बढ़पुर ब्लाक के 172 विद्यालयों में 97 में मध्याह्न भोजन बच्चों को मिला। शमसाबाद के 257 में 159 स्कूलों में भोजन नहीं बना।
मध्याह्न भोजन के मंडलीय समंवयक देवर्षि बाजपेई ने बताया कि गर्मी के कारण कई विद्यालयों में बच्चों के न आने की सूचनाएं दी जा रही हैं। अधिकांश स्कूलों में शिक्षक भी विद्यालय पहुंच रहे हैं, बच्चों के आने पर भोजन भी बन रहा है। निर्देश दिए गए हैं कि विद्यालयों में बच्चों के आने पर मेन्यू के अनुसार भोजन अवश्य बनाया जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों व सह समंवयकों से योजना का लगातार परीक्षण करने के लिए कहा गया है।
जिला समंवयक प्रदीप अग्निहोत्री के मुताबिक जून माह में भोजन बनवाने के लिए गेहूं व चावल का विद्यालयवार आवंटन कर दिया गया है।