'भांवर सात डलाईं गुरु गोरख का ज्ञान'
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : जाहरवीर गोगा मेले में रविवार को विभिन्न जनपदों से आये श्रद्धालुओं ने न
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : जाहरवीर गोगा मेले में रविवार को विभिन्न जनपदों से आये श्रद्धालुओं ने निशान उठाये। रास्ते भर डमरूबाजी के साथ भजन-कीर्तन किया गया। 'गोगा बाजी जीते ये है पुस्तक से फरमान, भांवर सात डलाईं गुरु गोरख का ज्ञान' भजन की धूम रही। जिला सहकारी बैंक के निकट स्थित श्रीजाहरवीर गोगा जी महाराज मंदिर आकर निशानों की पूजा अर्चना की गयी।
जिले के विभिन्न स्थानों के साथ ही कन्नौज, एटा, हरदोई, कानपुर, लखनऊ आदि जिलों से भी निशान लेकर गोगावीर चौहान के भक्त मेले में पहुंचे। दोपहर में फतेहगढ़ कोतवाली के निकट से निशानों को उठाने का सिलसिला शुरू हुआ। निशान की डोरी भगत लोगों ने पकड़ी। घोड़ा बने श्रद्धालुओं ने निशान उठाया। खलीफाओं ने सहयोग किया। रास्ते भर ढोलक, मृदंग और डमरू की थाप में भजन हुए। ग्वालटोली के नन्हें भगत का 41 फुट ऊंचा निशान आकर्षण का केंद्र रहा। निशान में चांदी का ताज लगा था। सोने व अन्य धातुओं के आभूषण तथा रुपयों से भी निशान को सजाया गया। 'मेरे बागड़ के पीर, मेरी बांधौ न धीर' भजन भी गाया गया। नारियल व मोर के पंख से भी गोगावीर के स्वरूप में निशानों का सजाया गया। मेले में कुल 80 निशान शामिल हुए। कोतवाली से लेकर श्री जाहरवीर गोगा जी महाराज मंदिर तक श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मंदिर में भी पूजन किया गया। मेला व्यवस्था समिति के रतन लाल वाल्मीकि, अनिल कुमार व पप्पू वाल्मीकि ने बताया कि वाल्मीकि समाज ने सवा महीने तक गोगावीर महाराज की सेवा की। मोहल्ले में प्रतिदिन निशानों का पूजन किया गया। बहुत से भक्त नवमी तक गोगा महाराज मंदिर राजस्थान भी पूजन करने जायेंगे। मुखराम वाल्मीकि, किशन, विजय ¨सह, कन्हैयालाल, राकेश, बद्री, अशोक व पन्नालाल ने व्यवस्था की।
कायमगंज में वाल्मीकि समाज ने भाद्रपद की प्रतिपदा पर गुरु गोरखनाथ के शिष्य जाहरवीर गोगा का जयंती पर्व मनाया। लालबाग, अताईपुर, ममापुर, नई बस्ती, बगिया, चिलांका आदि क्षेत्रों से 24 आकर्षक निशान चले। वाल्मीकि समाज के लोग उत्साह से गुरु गोरखनाथ, गोगाजी महाराज व भज्जू पांडे के जयकारे लगा रहे थे। सभी निशान श्यामा गेट से लोहाई बाजार तक एकत्रित हुये। डीजे पर भक्ति संगीत की धुनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। दोपहर बाद निशान चिलौली स्थित बड़ी देवी मंदिर के पास मेले में पहुंचे।। मेले में बृजेश सभासद, दीपक, जय गोपाल, मन्नी लाल, विमल, ¨रकू, राजीव वाल्मीकि आदि व्यवस्था में रहे। श्रद्धालु श्याम लाल ने बताया कि गोगा नवमी के बाद निशानों का अग्रभाग व पूजन सामग्री गंगा तट पर भू विसर्जन की जायेगी।