ग्रामीणों ने मैनपुरी मार्ग पर लगाया जाम
संकिसा, संवाद सूत्र : आषाढ़ी पूर्णिमा पर मां विसारी देवी मंदिर पर लगने वाले परंपरागत मेले की दुकानें
संकिसा, संवाद सूत्र : आषाढ़ी पूर्णिमा पर मां विसारी देवी मंदिर पर लगने वाले परंपरागत मेले की दुकानें संकिसा स्थित विवादित परिसर में लगाने पर पुरातत्व विभाग ने रोक लगा दी है। दुकानें हटाने को दबाव बनाये जाने के विरोध में सोमवार को नागरिकों ने जाम लगाकर भोगांव-मैनपुरी मार्ग अवरुद्ध कर दिया। पुरातत्व विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने दो घंटे बाद नागरिकों को समझाकर जाम खुलवाया।
विसारी देवी मंदिर पर 15 से 31 जुलाई तक चलने वाले मेले की दुकानें व झूले लगने शुरू हो गये है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग उपमंडल कन्नौज के संरक्षण सहायक द्वितीय कलंदर ने संकिसा स्थित बौद्ध स्मारक परिसर में दुकानें न लगाये जाने का आदेश दिया है। उन्होंने संकिसा स्थित स्मारक के परिचर जहरुद्दीन को दिये आदेश में कहा है कि संरक्षित स्मारक वहिर कोट संकिसा में चहारदीवारी के अंदर होने वाले वार्षिक मेले में किसी भी प्रकार की दुकान, झूला आदि न लगाने दें। जिससे स्मारक के अंदर आने वाले पर्यटकों को पूजा-अर्चना करने में किसी प्रकार का कोई व्यवधान उत्पन्न न हो और स्मारक को भी क्षति न पहुंचे। परिचर जहरुद्दीन ने आदेश की जानकारी सुबह दुकानदारों को दी। उन्होंने झूला लगा रहे दुकानदार को रोक दिया। जानकारी मिलने पर संकिसा, गांव दहिलिया, सींगनपुर, कटरा, जसराजपुर, सरायअगहत से बड़ी तादाद में ग्रामीण वहां पहुंच गये। नागरिकों ने शीशम का पेड़ सड़क पर डालकर मैनपुरी-भोगांव मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर मेरापुर थाने के दरोगा रामसनेही मौके पर पहुंचे। उन्होंने हड़काकर जाम खुलवाने का प्रयास किया। इस पर लोग भड़क गये और पुलिस के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। विवाद बढ़ने की सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक सालिगराम वर्मा आ गये। पुलिस ने जाम लगाये लोगों की वीडियोग्राफी शुरू कराई। दिलीप दीक्षित ने प्रभारी निरीक्षक को बताया कि मेला वर्ष 1904 से मंदिर के सामने परिसर में लग रहा है। दुकानें बाहर लगाकर नई परंपरा शुरू नहीं होने दी जायेगी। प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि वह दुकानें नहीं हटवायेंगे। ग्रामीण जिलाधिकारी से भेंट कर अपना पक्ष रखें। वकील अविनाश दीक्षित व आशुतोष दीक्षित भी बाद में दुकानदारों से मिलने पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मेले की दुकानें परिसर में ही वर्षों से लग रही हैं। पुरातत्व विभाग ने दुकानें न लगाने का आग्रह किया है। इस संबंध में जाम लगाये नागरिकों को जिलाधिकारी से मिलकर समस्या बताने को कहा है। विदित है कि विवादित परिसर में सनातन धर्मी मां विसारी देवी की पूजा-अर्चना करते हैं, वहीं देश विदेश के बौद्ध अनुयायी स्तूप पर दर्शन-पूजन करने आते हैं।