80 स्कूलों में शौचालय निर्माण को 56 लाख मिले
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन सर्व शिक्षा की राज्य परियोजना ने 80 विद्याल
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन सर्व शिक्षा की राज्य परियोजना ने 80 विद्यालयों में शौचालय निर्माण के लिए 56 लाख रुपये की ग्रांट भेजी है। शौचालय निर्माण की धनराशि स्थानांतरित करने को विद्यालयों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को मशक्कत होती रही।
प्रत्येक विद्यालय में बालक व बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए जाने हैं। जिले के कई विद्यालयों में अभी तक यह सुविधा नहीं है। राज्य परियोजना की ओर से आए बजट में बालकों के लिए 43 व बालिकाओं के लिए 37 शौचालय की धनराशि आयी है। 70 हजार की लागत से माडल शौचालय बनाया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगराज ¨सह ने बताया कि शौचालय निर्माण की धनराशि विद्यालयों में भेजी जा रही है।
यूनीफार्म के 1.57 करोड़ भेजे
जिले के 1988 विद्यालयों को यूनीफार्म की दूसरी किश्त के रूप में मंगलवार को 1.57 करोड़ रुपये भेज दिए गए। प्रथम किश्त में 75 फीसदी धनराशि दी गयी थी। प्रत्येक बच्चे को 400 रुपये कीमत की दो यूनीफार्म के लिए बजट की स्वीकृति आयी थी। इन विद्यालयों में परिषदीय, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, अनुदानित जूनियर हाईस्कूल तथा राजकीय व सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।
एमडीएम के बर्तन खरीद को 12.75 लाख
परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के लिए बर्तनों की खरीद आदि के लिए 12.75 लाख रुपये भेजे गये हैं। कुल 255 विद्यालयों को पांच हजार रुपये के हिसाब से धनराशि स्कूलों के मध्याह्न भोजन खाते में स्थानांतरित की गयी है।
एडवांस में परिवर्तन लागत
उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 20 मई तक की परिवर्तन लागत भेज दी गयी है। इस मद में 49 लाख रुपये भेजे गये हैं। 5.38 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से तेल, मसाले, सब्जी आदि के लिए कनवर्जन कास्ट दी गयी है। भारतीय खाद्य निगम को एमडीएम के गेहूं, चावल की 59 लाख रुपये धनराशि का भुगतान किया गया है।
नगर व दो ब्लाकों के रसोइयों को मानदेय
नगर क्षेत्र तथा बढ़पुर व कायमगंज विकास खंड की रसोइयों को मार्च माह का मानदेय भेज दिया गया है। ग्रांट कम होने से अन्य ब्लाकों की रसोइयों को इस माह का मानदेय नहीं दिया जा सकेगा।
सतत एवं व्यापक मूल्यांकन प्रपत्र को पांच रुपये छात्र
परिषदीय विद्यालयों में सतत एवं व्यापक मूल्यांकन प्रणाली के अंतर्गत बच्चों की प्रगति दर्ज करने के लिए अभिलेखों की व्यवस्था हेतु प्रति छात्र 5 रुपये के हिसाब से 6.85 लाख स्कूलों को दिए गए हैं। इस धनराशि से छात्र प्रोफाइल, रिपोर्ट कार्ड व शिक्षक डायरी की भी व्यवस्था की जाएगी।