वेतन पर अत्यधिक व्यय से दुग्ध डेयरियां घाटे में
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : दुग्ध विकास मंत्री राममूर्ति वर्मा ने शुक्रवार को फर्रुखाबाद महोत्स
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता :
दुग्ध विकास मंत्री राममूर्ति वर्मा ने शुक्रवार को फर्रुखाबाद महोत्सव के कार्यक्रम में भाग लेने से पूर्व जागरण से बातचीत में कहा कि कर्मचारियों के वेतन पर अत्यधिक व्यय के कारण सहकारी दूध डेयरियां घाटे में चल रही हैं। उन्होंने कहा कि बसपा शासन के दौरान किसानों का बकाया 60 करोड़ रुपये दुग्ध उत्पादकों को सपा सरकार में भुगतान किया गया है।
पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत के निवास पर जागरण से बातचीत में दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि निजी डेयरियों में कर्मचारियों के वेतन पर होने वाला व्यय सहकारी डेयरियों के मुकाबले कम है। सहकारी डेयरियों के एक हजार मिल्क पार्लर खुल चुके हैं। जिससे तीन लाख ¨क्वटल दूध की बिक्री बढ़ी है। आय बढ़ाकर दूध डेयरी के घाटे को पूरा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष से गांव की दुग्ध समितियों को भी गोकुल पुरस्कार की तर्ज पर पुरस्कृत किया जायेगा। मार्के¨टग बढ़ाने के लिये कई ¨बदुओं पर विचार विमर्श चल रहा है।
फर्रुखाबाद महोत्सव में आयोजित संसद के कार्यक्रम में बोलते हुए दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से स्थानीय समस्याओं को उठाने का अच्छा अवसर मिलता है। वह अन्य जनपदों में आयोजित होने वाले महोत्सव में इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन का प्रस्ताव रखेंगे। संसद कार्यक्रम में विपक्ष की ओर से जवाहर ¨सह गंगवार ने धर्मांतरण का मुद्दा उठाया। विक्रांत अवस्थी ने अतिक्रमण की गाज छोटे व्यापारियों पर गिरने की बात कही। सत्ता पक्ष की ओर से अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, राकेश ¨सह चौहान एडवोकेट, रोहित वर्मा आदि ने पक्ष रखा। अध्यक्षता पूर्व विधायक महरम ¨सह ने की। कामिनी कौशल, दीपिका त्रिपाठी, चमन शुक्ला, संध्या अग्निहोत्री, मीरा ¨सह, बसपा के मंडल कोआर्डीनेटर रामनरेश गौतम, शुभम राठौर आदि मौजूद रहीं।