गोपाष्टमी पर गायें पूजीं
कायमगंज, संवाद सहयोगी : गोपाष्टमी पर भगवती गोशाला में गायों की आकर्षक वस्त्र धारण कराकर पूजन किया ग
कायमगंज, संवाद सहयोगी : गोपाष्टमी पर भगवती गोशाला में गायों की आकर्षक वस्त्र धारण कराकर पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने गायों को भोग लगाया व हवन में आहुतियां देकर गोवंश वृद्धि की कामना की।
योगाचार्य श्रद्धानंद ने कहा कि गाय को माता की संज्ञा इसलिए दी जाती है क्योंकि नवजात शिशु को माता के बाद सर्वप्रथम गाय का दूध पिलाया जाता है। गोबर व गोमूत्र आयुर्वेद में रामवाण दवाएं हैं। इनके सेवन से चर्म रोग, पीलिया, पक्षाघात, तपेदिक आदि रोग दूर होते हैं। कंडो के रूप में अक्षय ऊर्जा, बैलों से जुताई, गोबर से खाद होती है। यदि हमारी कृषि व्यवस्था में पहले की तरह ही गाय को शामिल कर दिया जाये, तो हमारा देश विश्व में सबसे धनाढ्य होगा। इसलिए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाये। उसके वध को रोकने के लिए सख्त कानून बने व गोवंश वृद्धि का अभियान चलाया जाये। गायों का पूजन कर भोग लगाया गया। नीरज अग्रवाल, कुलदीप भारद्वाज, नरेश पालीवाल, बेचे लाल खटिक, प्रवेश कोरी, प्रदीप सक्सेना आदि ने पूजन व हवन में भाग लिया।