कटरी तौफीक में कटान तेज
शमसाबाद, संवाद सूत्र : गंगा के जलस्तर में वृद्धि से कटरी तौफीक में कटान तेज हो गया है। ग्रामीण पक्के मकान तोड़कर खेतों में डेरा जमा रहे हैं। बुधवार को गंगा का जलस्तर बढ़कर 136.5 मीटर पर पहुंच गया। वहीं रामगंगा में पानी घटकर 134.95 मीटर पर आ गया है।
ग्राम कटरी तौफीक में कटान तेज होने से ग्रामीण पक्के मकान तोड़कर घरों का सामान ट्रैक्टर में भरकर खेतों में डेरा जमा रहे हैं। ग्रामीण सरबन, मकरंद, मनीराम, महेश, अखिलेश अपने मकान तोड़ चुके हैं। चार-पांच दिन पूर्व कटान होने के बाद रुक गया था। रात से फिर कटान तेज हो गया है। ग्रामीणों के मुताबिक अगर इसी तरह कटान हुआ तो दो-तीन दिनों में गांव कट सकता है। क्षेत्रीय लेखपाल देखने तक नहीं आया।
बुधवार को नरौरा बांध से गंगा में 65 हजार क्यूसेक और खोह हरेली और रामनगर से रामगंगा में 6 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा व रामगंगा में चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर पर और खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है। अभी तटवर्ती इलाके के गांवों में पानी नहीं पहुंचा है। गंगा व रामगंगा नदियों का जलस्तर 137.10 पर लो फ्लड 137.60 मीटर पर मीडियम फ्लड और उससे अधिक पर हाई फ्लड की स्थिति उत्पन्न होती है।
पीएसी बटालियन ने डेरा डाला
गंगा के किनारे के खेतों की फसल को आंशिक क्षति पहुंची है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए फ्लड पीएसी बटालियन में घटियाघाट पर डेरा डाले है।
बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्र
गंगा के जलस्तर में और वृद्धि हुई तो सदर तहसील के चाचूपुर, मजरा बहोरनपुर टप्पा हवेली, जंजाली नगला, कल्लू नगला, कटरी भीमपुर, कटरी शिकारपुर, कटारी गंगपुर व कटरी धरमपुर में बाढ़ की संभावना बन सकती है। इसके अतिरिक्त अमृतपुर क्षेत्र के 52 और कायमगंज तहसील क्षेत्र के 64 गांवों बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
कटरी तौफीक ग्राम प्रधान गोपी राजपूत ने बताया कि कटान की सूचना लेखपाल को दी है। कुछ जगह ग्राम पंचायत की बचत पड़ी है। उसमें मकान बनवाने के लिए अधिकारियों से वार्ता के बाद आवंटन कर देंगे। गांव के साथ खेतों में भी कटान हो रहा है।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता मोरमुकुट सिंह ने बताया कि अभी किसी भी गांव के कटने की जानकारी नहीं मिली है। इससे राहत कार्य शुरू नहीं हुआ है। बाढ़ की जानकारी देने के लिए घटियाघाट पर कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं।