मोदी के सिपहसालार नहीं कर सके गांव का चयन
फैजाबाद केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सांसद आदर्श ग्राम योजना यहां वजूद में आने की बाट जोह रही ह
फैजाबाद
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सांसद आदर्श ग्राम योजना यहां वजूद में आने की बाट जोह रही है। वजह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिपहसालारों की सुस्ती। भाजपा सांसदों की कवायद उपयुक्त गांवों की सूची देखने तक सिमटी है, जबकि जिले के निवासी आदर्श गांव को लेकर लगातार जिज्ञासु बने हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने के भारत निर्माण की दिशा में सांसद आदर्श ग्राम योजना को महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है। इस योजना का एलान 15 अगस्त को लालकिले से स्वयं प्रधानमंत्री ने किया था। उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर योजना की शुरुआत भी कर दी। हाल ही में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आए प्रधानमंत्री ने इस योजना को अमली जामा पहनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनकी तत्परता से फैजाबाद अछूता है। यह हाल तब है जब यहां दो सांसद हैं। राज्यसभा के सदस्य विनय कटियार व लोकसभा के सदस्य लल्लू ¨सह भाजपा के ही हैं। दोनों जनप्रतिनिधयों को इस जिले से आदर्श गांव का चयन कर सूची विकास विभाग को जिलाधिकारी के माध्यम से भेजनी है। सांसदों को पांच नवंबर तक तीन से पांच हजार की आबादी के गांवों में कम से कम एक-एक गांव के नाम तय करने थे, जबकि 11 नवम्बर तक विकास विभाग को प्रस्तावित गांवों के नाम शासन को भेजने हैं।
बावजूद इसके, अब तक गांव का ही चयन सांसद नहीं कर सके हैं। सांसद की पहल गांवों की सूची पर विचार करने तक सिमटी है। जानकारों के मुताबिक सांसद गण दो बार सूची मंगा चुके हैं। जिला पंचायतराज अधिाकारी एके ¨सह तीन हजार अथवा उससे अधिक की आबादी के गांवों की सूची सांसदों को भेज चुके हैं। जिले में सात ग्रामपंचायतें ऐसी हैं, जिसकी आबादी सात हजार है। इसके अलावा 212 ग्राम पंचायतें तीन से पांच हजार आबादी की हैं। यह सूची पूर्व में गांधी ग्राम, अंबेडकर ग्राम, लोहिया ग्राम के रूप में चयनित गांवों से अलहदा है। यही नहीं सूची के गांवों के पिछड़ेपन की हालत से भी सांसदों को मौखिक रूप से जानकारी विकास महकमे ने दे रखी है। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक का कार्यभार संभाल रहे जिला विकास अधिकारी अभिराम त्रिवेदी ने बताया कि अब तक सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित गांव की सूची उन्हें नहीं मिली है। सूची का इंतजार किया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी अर¨वद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि नाम तय होने के बाद विकास का खाका खींचा जाएगा।