पूरी होने को है जेल में जैमर लगाने की मंशा
फैजाबाद : जेलों की निगरानी को बेहतर बनाने की दिशा में शासन की ओर से एक और कदम उठाया जा रहा है। इस क
फैजाबाद : जेलों की निगरानी को बेहतर बनाने की दिशा में शासन की ओर से एक और कदम उठाया जा रहा है। इस कदम से मंडल कारागार में जैमर लगने की मंशा पूरी होने जा रही है। स्थानीय जेल प्रशासन जैमर की मांग काफी लंबे समय से कर रहा था। इसके लिए कई बार शासन व मुख्यालय से पत्राचार भी हो चुका है। जेल प्रशासन अपनी निगरानी व्यवस्था को हाइटेक बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है, इसी का परिणाम है कि जेल में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए, अब जैमर की बारी है। इसके बाद जेल की सुरक्षा व निगरानी तकनीकी रूप से और पुख्ता हो जाएगी। कारागार में मोबाइल पर रोक लगाने की कोशिश को लंबे समय से अमली जामा पहनाने की कोशिश हो रही है। यह कोशिश इस वर्ष में पूरी हो सकती है, ऐसा जेल अधिकारियों ने दावा किया है।
जेल में सजा काट रहे अपराधी मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने पाएं इसके लिए जैमर की व्यवस्था की जाती है। संवेदनशील मानी जाने वाली फैजाबाद जेल के जिम्मेदार करीब पांच सालों से यहां जैमर लगाने की मांग कर रहे हैं। हालाकि पिछले कई वर्षों से चल रही छापेमारी में टीम को जेल के भीतर से मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ है, लेकिन जेल प्रशासन इस मुद्दे पर भी अपनी व्यवस्थाओं को पुख्ता रखना चाहता है। फैजाबाद जेल पर अंबेडकरनगर के कैदियों का भी भार है। दो जिलों के बंदी यहां निरूद्ध हैं। क्षमता से अधिक बंदी मोबाइल का उपयोग न कर सकें इसके लिए जैमर लगाने की आवश्यकता जरूरी है। गत दिनों जैमर लगाने की मांग एकबार फिर जेल अधिकारियों की ओर से उठाई गई थी, जिसे जल्द पूरा करने का भरोसा मुख्यालय की ओर से दिलाया गया है। कारागार अधीक्षक आरके मिश्र ने बताया कि जैमर लगने के कार्य को हरी झंडी मिल गई है। उम्मीद है कि इस वर्ष यह कार्य पूरा हो जाएगा।