सत्ता संग्राम में बुरे फंसे डिप्लोमा इंजीनियर
फैजाबाद : सूबे में सत्ता-संग्राम के चलते डिप्लोमा इंजीनियर्स हड़ताल कर बुरे फंस गए। सोमवार को 28 दिन
फैजाबाद : सूबे में सत्ता-संग्राम के चलते डिप्लोमा इंजीनियर्स हड़ताल कर बुरे फंस गए। सोमवार को 28 दिन हड़ताल को हो गया। पहले सत्ता-संग्राम थमे तब तो हो सुनवाई। सिद्धार्थनगर गए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन देकर हड़ताल समाप्ति की उम्मीद इंजीनियरों में बनी थी। उसी के बाद से सत्ता संग्राम और तेज हो चला। वह थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में हड़ताली इंजीनियरों में जल्द सुनवाई के आसार नहीं। दीपावली करीब है। हड़ताल पर होने की वजह से वेतन मिलने के आसार नहीं। 26 सितंबर से हड़ताल पर हैं। डिप्लोमा इंजीनियरों के साथ करीब 24 विभागों के ठेकेदारों की होली भी फीकी रहने के आसार है। हेमूकालाणी पार्क में एकत्रित डिप्लोमा इंजीनियरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मशाल जुलूस निकाला। महासंघ अध्यक्ष ¨चतामणि शर्मा ने कहा कि मांगे पूरी न होने तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। दावा किया कि डिप्लोमा इंजीनियर हड़ताल पर डटे हैं। जिला सचिव एके शुक्ल के अनुसार मशाल जुलूस में एसजी लाल, दिनेशकुमार, आलोककुमार, आकाश उपाध्याय, उमेश दुबे, नीबूलाल, विजय श्रीवास्तव, प्रदीपकुमार, रामअनुज मौर्य, सांवले ¨सह आदि शामिल रहे।
हैं हड़ताल पर, कैसे बन गया बिल
जिला पंचायत के ठेकेदारों ने बताया कि किसी तरह उनका बिल भुगतान के लिए बन गया। एकाउंटेंट के स्थानांतरण से भुगतान लटक गया। महासंघ अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी सूचना मिलने पर महासंघ की तरफ से सभी विभागों में जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी गई है। ऐसे डिप्लोमा इंजीनियरों को संघ बेनकाब करेगा।