जैविक खेती से पर्यावरण की सेहत में होगा सुधार
फैजाबाद: मसौधा के कृषि विज्ञान परिषद में तीन दिवसीय जैविक खेती का प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ। इस दौर
फैजाबाद: मसौधा के कृषि विज्ञान परिषद में तीन दिवसीय जैविक खेती का प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ। इस दौरान किसानों को जैविक खेती करने के तौर-तरीके बताए गए। शिविर के समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो.एसपी तिवारी ने किसानों को बताया कि जैविक खेती के अधिकाधिक चलन में लाने से पर्यावरण की सेहत भी सुधरती जाएगी। उन्होंने कहा कि जैविक खेती में रासायनिक खेती की तुलना में कम पानी का इस्तेमाल होता है। प्रो.तिवारी ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट के साथ कचरे से भी बेहतर जैविक खाद तैयार की जा सकती है। क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान के प्राचार्य विनोद महाजन ने पर्यावरण संरक्षण में नीम के महत्व को बताया। कहा कि खेती के अलावा नीम, मनुष्य में होने वाली कैंसर की बीमारी में फायदा करता है। इसके प्रयोग से खुजली, चर्मरोग, पीलिया, रक्त की कमी, बुखार, हृदय रोग के नियंत्रण में मदद मिलती है।
वैज्ञानिक डॉ. अचल ¨सह, जैविक खाद बनाने की बारीकियों के बारे में जानकारी दी। डॉ.वीके ¨सह ने संचालन किया। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. सीके वर्मा ने कहा कि यदि किसान परंपरागत खेती की जगह जैविक खेती करता है तो लाभकारी साबित होगा। इस मौके पर वैज्ञानिक सहित अन्य किसान मौजूद रहे।