होस्टाइल होने पर फंसे मीरजापुर के तहसीलदार
फैजाबाद : बसपा नेता के विरुद्ध मुकदमे में होस्टाइल होने पर सदर तहसील के तत्कालीन तहसीलदार केके पांडे
फैजाबाद : बसपा नेता के विरुद्ध मुकदमे में होस्टाइल होने पर सदर तहसील के तत्कालीन तहसीलदार केके पांडेय व पेशकार पवन श्रीवास्तव मुश्किल में फंस गए हैं। पांडेय इस समय मीरजापुर में तहसीलदार सदर पर हैं। पवन श्रीवास्तव कलेक्ट्रेट में अरेंजर पद पर हैं। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवींद्र गुप्ता ने अभियुक्त रामचंद्र चौधरी को बरी कर दिया और दोनों के विरुद्ध जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच जिलाधिकारी करेंगे। जांच आख्या 15 दिन में अदालत भेजी जाएगी। बसपा नेता रामचंद्र चौधरी के पति रेखा चौधरी जिला पंचायत सदस्य हैं।
तहसील सदर न्यायिक की अदालत में विचाराधीन मुकदमें के दौरान बयान को फाड़ने व उत्पात मचाने का आरोप लगाते हुए रामचंद्र चौधरी के विरुद्ध नगर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी। यह मामला 23 फरवरी 2013 का था। प्राथमिकी में उल्लेख किया गया कि पेशी के दौरान रामचंद्र ने अदालत में अपना बयान दर्ज कराया, जिरह पर उन्होंने बयान को फाड़ कर फेंक दिया और सरकारी काम-काज में हस्तक्षेप किया। पुलिस ने अभियुक्त के विरुद्ध आरोपपत्र अदालत भेज दिया।
मुकदमे की सुनवाई के दौरान केके पांडेय व पवन श्रीवास्तव ने गवाही में घटना को स्वयं देखने से इंकार किया। अदालत ने दोनों का होस्टाइल घोषित कर दिया। इस मामले को लेकर रामचंद्र चौधरी के विरुद्ध कुर्की व गैंगस्टर तक की कार्रवाई की गयी थी। जिला मजिस्ट्रेट ¨कजल ¨सह ने गैंगस्टर को मामले को भी गलत पाया है। मामला शहर के बछड़ा सुल्तानपुर मुहल्ले में जमीन के विवाद का था। इसी के दाखिल खारिज का मुकदमा तहसीलदार सदर की अदालत मे चल रहा था। चौधरी का आरोप है कि सपा नेताओं के दबाव में दाखिल खारिज में अड़चन लगाया गया, उसके विरुद्ध फर्जी मामले दर्ज कराकर प्रताड़ित किया गया।