अब हाईटेक हुए गांव के मुखिया जी
फैजाबाद: अब गांवों में सिर पर पगड़ी, हाथ में बेंत रखने वाले मुखिया जी नजर नहीं आते हैं। उनका स्थान प्
फैजाबाद: अब गांवों में सिर पर पगड़ी, हाथ में बेंत रखने वाले मुखिया जी नजर नहीं आते हैं। उनका स्थान प्रधान जी ने ले लिया। कहना गलत नहीं है कि अब गांव के मुखिया जी हाईटेक हो गए हैं। प्रधान बनने के बाद लग्जरी कार व दो चार खास सिपहसलार उनके आगे पीछे घूमते हैं। समय के साथ ही हैसियत व रंग ढंग भी बदल गया। पंचायतों का स्वरूप भले ही न बदला हो लेकिन प्रतिनिधि की हैसियत जरूर बदल गई है। अब पहले वाला समय नहीं रहा जब लोग चुनाव से पहले ही अपना मुखिया घोषित कर लेते थे। गांव वहीं है समस्याएं पहले से अधिक है। लेकिन बदला है तो मुखिया जी का कद। भटमऊ नरायन पुर के उदित नरायन बाजपेई बताते हैं कि अब वो जमाना नहीं रहा। जब गांव के दस बारह सभ्रांत नागरिक लोग बैठकर गांव का मुखिया चुन लेते थे और पूरे गांव को वह मान्य होता था। अस्सी वर्षीय बुर्जग राम नरायन कहते हैं कि मुखिया के जमाने में अस्सी प्रतिशत मामले थाने नहीं जाते थे। गांव में ही झगड़ों का निपटारा कर दिया जाता था। अब छोटे छोटे मामले प्रधान नहीं निपटा पाते। प्रधान एक तरफ का पक्ष लेते हैं। जिससे उनकी बात कोई नहीं मानता। वहीं तब मुखिया निष्पक्ष फैसला सुनाता था। भले ही मामला उनके घर का न हो।