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जिले के अफसर संवेदनशील नहीं : प्रमुख सचिव

रुदौली (फैजाबाद) : जिले के नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम डॉ. सूर्य प्रताप सिंह ने बुधव

By Edited By: Published: Wed, 22 Apr 2015 10:12 PM (IST)Updated: Wed, 22 Apr 2015 10:12 PM (IST)

रुदौली (फैजाबाद) : जिले के नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम डॉ. सूर्य प्रताप सिंह ने बुधवार को रुदौली तहसील के मुरादाबाद गांव में नाराजगी भरे लहजे में कहा कि जिले के अफसर संवेदनशील नहीं हैं। संवदेनशीलता यहां दिखाई नहीं पड़ रही है। अफसरों की कार्यशैली पर सवाल करते हुए उन्होंने अधिकारियों को ताकीद की। डॉ. सिंह मुरादाबाद में सदमे से मरे किसान रमन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने आए थे। यहां पर उन्होंने मृतक की पत्‍‌नी रेखा सिंह से पूरे मामले को लेकर विस्तृत बातचीत की। रेखा सिंह की आंखों से झर-झर आंसू बह रहे तो वैसे ही प्रमुख सचिव तेवर सख्त होते जा रहे थे। मृतक किसान की पत्‍‌नी रेखा सिंह ने बताया कि अभी तक किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिली है। इस पर प्रमुख सचिव भड़क उठे। उन्होंने एडीएम वित्त व राजस्व जयशंकर दुबे व सीडीओ अरविंद मलप्पा बंगारी से उत्तर मांगा। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष की संस्तुति का उत्तर मिलते ही वह और गर्म हो गए। उन्होंने कहा कि किसी पीड़ित परिवार को अगर सात लाख रुपये की सहायता मिल जाती है तो आप का क्या जाता है। उन्होंने मृतक की आर्थिक स्थिति की जानकारी लेते हुए शीघ्र ही सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। मृतक के दरवाजे पर ही प्रमुख सचिव ने लेखपाल को गांव में अब तक बांटी गई मुआवजे की धनराशि व गांव के कुल कास्तकारों की संख्या की जानकारी ली। मृतक का केसीसी ऋण होने की बात सुनते ही प्रमुख सचिव ने जिला कृषि अधिकारी से बीमा के बारे में पूछने लगे। उनके उत्तर से असंतुष्ट होकर प्रमुख सचिव ने यहां तक कह दिया कि किसी की जान जा रही है और आप लोग संस्तुति की बात कह रहे हो। इससे साफ झलकता है कि संवेदनशीलता की कमी है। यहां पर मौजूद भाजपा विधायक रामचंदर यादव ने प्रमुख सचिव को बताया कि रेड क्रास के तहत जिले की अन्य तहसीलों में मृतक किसान को एक- एक लाख की धनराशि दी गई लेकिन रुदौली में मरे किसानों को एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई। इस पर भी प्रमुख सचिव आग बबूला हुए।

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मुरादाबाद से निकल सीधे प्रमुख सचिव तहसील परिसर पहुंचे। यहां पर थोड़ी देर बाद डीएम अनिल ढींगरा आ पहुंचे। प्रशासनिक अफसरों के साथ यहां पर प्रमुख सचिव ने एक घंटे तक समीक्षा बैठक की। सर्वे से लेकर चेक वितरण व मुआवजे के बारे में अफसरों को तमाम निर्देश दिए।

सीएचसी की थी लकालक, पर नहीं आये साहब

सीएचसी रुदौली में सभी तैयारियां धरी रह गई। यहां पर भी प्रमुख सचिव को आना था। अस्पताल को लकालक किया गया था। चिकित्सक मुस्तैद थे। लेकिन वह यहां नहीं आए और सीधे फैजाबाद कूच कर गए। अस्पताल न आने की खबर के साथ ही स्वास्थ्य महकमे ने राहत की सांस ली।


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