राम का आदर्श अनुकरणीय: चैतन्य
अयोध्या: भगवान राम का आदर्श अनुकरणीय है और उनसे प्रेरणा लेकर जीवन का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता
अयोध्या: भगवान राम का आदर्श अनुकरणीय है और उनसे प्रेरणा लेकर जीवन का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।
यह बात कही योगाचार्य डॉ. चैतन्य ने। वे नयाघाट स्थित श्याम साधनालय में भगवान राम पर केंद्रित गोष्ठी में विचार व्यक्त कर रहे थे। विषय प्रतिपादित करते हुए अविवि के रीडर डॉ. संतशरण मिश्र ने कहा कि जो चेतना समस्त चराचर में व्याप्त है, उसका केवल प्रकटीकरण हो सकता है और वे राम न्याय, औचित्य, करुणा, शील, संवेदना के अग्रदूत हैं। संचालन इंजिनियर रवि तिवारी ने किया, उन्होंने भगवान राम के जीवन को निर्विकार आदर्शो का प्रति¨बब बताया।
इस दौरान विद्युत अभियंता संघ के पूर्व प्रांतीय महामंत्री ओमप्रकाश पांडेय, आचार्य वीरेंद्र शास्त्री, दिनेश कुलभूषण, बंटी ¨सह आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का समापन आरडी इंटर कालेज के प्रवक्ता सुदीप तिवारी ने रामचरितमानस के शबरी प्रसंग की पंक्तियां प्रस्तुत कर किया। गोष्ठी के बाद सहभोज आयोजित किया गया।
इस मौके पर प्रवीण ¨सह, पवन पांडेय, रामकुमार गुप्त, राजेश मन्ध्यान, माताप्रसाद शास्त्री, बलवंत ¨सह, रामबाबू, शेखर द्विवेदी, विजयबहादुर ¨सह, सूर्यभान पांडेय, योगेश शर्मा, रामलक्ष्मण तिवारी, विजय फौजी, सभाजीत आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।