सांप्रदायिक भावना भड़काने के मामले में पुलिस ही कटघरे में
फैजाबाद : अमानीगंज के निर्भया कांड को लेकर सांप्रदायिक भावना भड़काने के मामले में कोतवाली पुलिस ही कटघरे में आ गई है। पुलिस की कारगुजारी को देखते हुए प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एके सिंह ने गिरफ्तार युवक नवीन पांडे को जमानत पर रिहा कर दिया।
वादी अशरफ की ओर से नगर कोतवाली में गत 23 अगस्त को इस आशय की प्राथमिकी दर्ज कराई गई कि उनके मोबाइल फोन पर अमानीगंज कांड को लेकर बेहद खराब व सांप्रदायिकता भड़काने वाला संदेश भेज कर धमकी दी गई है। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर 25 अगस्त को नवीन पांडे को नोयडा से पकड़ लिया। वह पूराकलंदर थाना क्षेत्र के सोफिया पारा का निवासी है। 26 अगस्त को उसे रौनाही थाने में निरुद्ध रखा गया। बुधवार को उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष न्यायिक रिमांड के लिए पेश किया गया। उसके विरुद्ध सांप्रदायिकता भड़काने व इंडियन टेली कम्युनिकेशन एक्ट के तहत आरोप लगाया गया।
मजिस्ट्रेट के समक्ष रिमांड व जमानत अर्जी की सुनवाई के दौरान ही यह बात सामने आई कि आरोप के संबंध में न तो मोबाइल संदेश का कोई प्रिंट है और न ही संदेश भेजने वाले मोबाइल को सीज किया गया। पुलिस के पास इसका कोई जवाब नहीं था।