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कैफियात एक्सप्रेस के यात्रियों की आपबीतीः करीब से होकर निकल गई मौत

औरैया के अछल्दा और पाता स्टेशन के बीच कैफियात एक्सप्रेस हादसे में घायल यात्री उस पल को याद कर सहम उठते थे, जब मौत करीब से होकर निकल गई।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 23 Aug 2017 06:58 PM (IST)Updated: Thu, 24 Aug 2017 05:25 PM (IST)
कैफियात एक्सप्रेस के यात्रियों की आपबीतीः करीब से होकर निकल गई मौत
कैफियात एक्सप्रेस के यात्रियों की आपबीतीः करीब से होकर निकल गई मौत

इटावा (जेएनएन)। अचानक तेज आवाज के धमाका हुआ लगा कि जैसे बम फट गया हो। वह सब घबराकर उठे तो देखा कोच तिरछा पड़ा था। बाहर निकले और भागकर खेत में पहुंच गए। चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगी। औरैया जिले में अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशन के बीच कैफियात एक्सप्रेस हादसे में घायल यात्री उस पल को याद कर अब भी सहम रहे हैं। ऐसा लग रहा था कि मौत उनके करीब से होकर निकल गई। एक यात्री ने कहा कि नौकरी के लिए दिल्ली जा रहा था लेकिन हादसे ने अस्पताल पहुंचा दिया। 

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जैसे ट्रेन में बम फट गया

आजमगढ़ से दिल्ली लौट रहे नीरज विश्वकर्मा बताते हैं कि दुर्घटना के वक्त वह सोए हुए थे। अचानक तेज आवाज हुई और लगा कि जैसे बम फट गया हो, वह घबराकर उठे तो देखा कोच तिरछा पड़ा था। बाहर निकले और भागकर खेत में पहुंच गए। चारों तरफ चीख-पुकार मची थी। दिल्ली जा रहे सोहेब जैदी कहते हैं, मंजर भयावह था। अंधेरा होने के कारण केवल चीख-पुकार सुनाई दे रही थी। हर कोई बदहवास सा दौड़ रहा था। शिकोहाबाद पैसेंजर ट्रेन पीडि़त यात्रियों को लेकर प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची। डॉक्टरों की टीम ने मामूली घायलों को प्राथमिक उपचार देकर स्पेशल ट्रेन से रवाना किया। 

शुक्र है बच गई जान 

डा.भीमराव अंबेडकर जिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कुशीनगर के बनुआ रामकोला निवासी संदीप पटेल ने बताया कि वह अपने रिश्ते के भाई कुशीनगर के ही धुनालिया निवासी राजेन्द्र पटेल के साथ आजमगढ़ से ट्रेन में सवार हुआ था। कानपुर पास होते ही नींद आ गई। ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने पर उसकी नींद खुली। यूं लगा जैसे मौत करीब से गुजर गई। इतने बड़े हादसे में जान बच गई तो परिजन भी भगवान को धन्यवाद दे रहे हैं। उसे एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया।

धक्का लगते ही सीट से गिर गया

अंबेडकर नगर जिले के ग्राम जैनुद्दीनपुर निवासी जगदीश यादव पुत्र रामसकल यादव का कहना है कि उनको कंफर्म टिकट नहीं मिला, इसलिए दूसरे यात्री के साथ नीचे की सीट पर सो रहा था। अचानक धक्का लगा और सीट से नीचे गिरकर घायल हो गया। ट्रेन के डिब्बे ट्रैक से उतर गए। बोगी में कोहराम मच गया। चोट लगने से कुछ ही देर में बेहोश हो गया। जब होश आया तो खुद को अस्पताल में पाया। 

एक-दूसरे पर गिरकर घायल 

मध्य प्रदेश के दतिया निवासी शनि पुत्र तोफान सिंह व इंसानियत पुत्र बच्चू पहलवान ने बताया कि वह नौकरी के लिए फीरोजाबाद जा रहे थे। जनरल डिब्बे में सो रहे थे, तभी अचानक जोर का धक्का लगा। लोग एक दूसरे के ऊपर गिर कर घायल हो गए। घटनास्थल पर अंधेरा छाया हुआ था। राहत कार्य शुरू होने पर एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। 

हालत खतरे से बाहर

इटावा जिला अस्पताल में भर्ती घायल यात्रियों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल मीरजापुर जिले के निजामाबाद निवासी पंचम ङ्क्षसह पुत्र राजेन्द्र ङ्क्षसह को मेडिकल कालेज सैफई रेफर किया गया है।


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