जीवन की सबसे बड़ी पूंजी आध्यात्म
इटावा, जागरण संवाददाता : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम सिविल लाइन पर आयोजित कार्यक्रम में स्वामी महेशानंद ने कहा कि संसार की सबसे बड़ी संपत्ति है आध्यात्म। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता हमें दानव से मानव बनने में सहयोग प्रदान करती है।
इस मौके पर ब्रह्मा कुमारी अवधेश ने कहा कि भौतिक संपत्ति का महत्व नगण्य है। यह सुखदायी भी है और दुखदायी भी। धन प्राप्त करने के बाद व्यक्ति अपना विवेक खो देता है। ब्रह्मा कुमारी मंजू बहन ने कहा कि प्रभु मिलन का सुख प्राप्त करने वाले का भाग्य धन्य हो जाता है। यह संपदा चिर शांति की अतंद्रिय परमानंद की अनुभूति कराती है।
उन्होंने कहा कि आध्यात्म आत्मा का अविनाशी धन है जो जन्म जन्मांतर साथ रहता है। ब्रह्माकुमारी नीलम बहन व प्रीति बहन ने स्वागत गान कर अतिथियों का सत्कार किया साथ ही द्वीप प्रज्ज्वलित करायें। उन्होंने कहा कि बिना नैतिक परिवर्तन के शांति प्राप्त होना सहज नहीं है। हम सबका भगवान एक है।
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