आधुनिक चिकित्सा बिना रेडियोलॉजी के अधूरी
संवाद सहयोगी, सैफई : उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई तथा इंडियन सोसाइटी ऑफ रेडियोग्राफर एंड टेक
संवाद सहयोगी, सैफई : उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई तथा इंडियन सोसाइटी ऑफ रेडियोग्राफर एंड टेक्नोलॉजिस्ट (आईएसआरटी) के संयुक्त तत्वावधान में मेडिकल इमे¨जग टेक्नोलॉजी- केअर फार टूडे एंड टूमारो विषय पर एकदिवसीय सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) रेडियोफेस्ट-2017 का आयोजन किया गया। उद्घाटन कुलपति तथा सीएमई के मुख्य संरक्षक डा. (बिग्रे.) टी0 प्रभाकर ने द्वीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि बिना रेडियोलॉजी के आधुनिक चिकित्सा विज्ञान पूरी तरह अधूरा है। आज रेडियोलॉजी एवं मेडिकल इमे¨जग टेक्नोलॉजी में निरंतर नए बदलाव देखने को मिल रहे हैं। खास बात यह है कि कुछ बीमारियों में मरीज का इलाज रेडियोलॉजिस्ट द्वारा दिये गये रिपोर्ट पर ही निर्भर होता है। कैंसर तथा अन्य गंभीर बीमारियों में रेडियोलॉजी की विशेष भूमिका है।
रेडियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष तथा रेडियोफेस्ट के संरक्षक डा. एके गुप्ता तथा संयोजक सचिव, आइएसआरटी सुरेश मलायथा ने कहा कि व्यापक तकनीक बदलाव के कारण रेडियोलॉजी एवं मेडिकल इमे¨जग तकनीक में व्यापक प्रशिक्षण की जरूरत हो गई है।
चिकित्सा अधीक्षक डा. (ब्रिगे.) एसके गुप्ता ने बताया कि रेडियोलॉजी विभाग के महत्व को इसी से समझा जा सकता है कि छोटी-बीमारियों से लेकर बड़ी बीमारियों के इलाज में रेडियोलॉजिस्ट के जॉच एवं रिपोर्ट की भूमिका महत्वपूर्ण है। एक्सरे, अल्ट्रा-साउंड, सोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआइ, रेडियोथेरेपी, मैमोग्राफी, न्यूक्लियर मेडिसिन, फलोरोस्कोपी, डायग्नोस्टिक रेडियोग्राफी आदि रेडियोलॉजी एवं मेडिकल इमे¨जग के व्यापक क्षेत्र हैं।
इस अवसर पर संकाय अध्यक्ष प्रो. केएम शुक्ला, सहसंरक्षक डा. देवेन्द्र पाठक, चिकित्सा अधीक्षक डा. (ब्रिगे.) एसके गुप्ता, सचिव वीके चक्रवर्ती, संयुक्त सचिव तथा आइएसआरटी संयोजक मोहम्मद अराफात, ऑर्गेनाइ¨जग चेयरमैन सुनील कुमार सक्सेना, वित्त सचिव सौम्या राय मौजूद रहे।