सुविधा शुल्क लेकर दलालों ने खरीदी जमीन
संवादसूत्र, ऊसराहार (इटावा) : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि की खरीदारी में जमकर खेल हुआ। आठ बी
संवादसूत्र, ऊसराहार (इटावा) : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि की खरीदारी में जमकर खेल हुआ। आठ बीघा जमीन के बैनामा में दलाल व लेखपाल ने मिलकर एक किसान का खाता खुलवा 17.33 लाख रुपये निकाल लिए।
ताखा क्षेत्र से गुजरे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लिए खरीदी गई भूमि में किसानों से धन उगाही की गई। जिस किसान ने अधिक सुविधा शुल्क दे दिया उसे तो साढ़े छह लाख रुपये प्रति बीघा के दाम मिल गए लेकिन जिस किसान ने देने से मना कर दिया उसे अपनी जमीन का वाजिब मुआवजा नहीं मिल सका। ताखा क्षेत्र में सौ से अधिक किसान ऐसे हैं जिनकी जमीन सड़क या चकरोड से गुजरी थी और उन्हें 6.48 लाख रुपये बतौर मुआवजा मिलना था पर ये किसान अपना उचित मुआवजा पाने से वंचित रह गए। वहीं तमाम किसान ऐसे हैं जिन्हें मुआवजा तो ऊंची दर का मिला पर उसके बदले उन्हें अधिक सुविधा शुल्क देना पड़ा।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है। कुदरैल पंचायत के केशोपुर निवासी संतोष की जमीन ताखा सरसई नावर रजबहे से गुजरे मार्ग के समीप थी, जिसमें आठ बीघा जमीन एक्सप्रेस-वे में जानी थी। उससे तत्कालीन लेखपाल ने एक गांव के दलाल के साथ संपर्क साधा और बताया कि उसकी जमीन का रेट साढ़े तीन लाख रुपये बीघा का है पर उसे साढ़े छह लाख बीघा का रेट मिल सकता है। इसके लिए उसे एक लाख रुपये प्रति बीघा सुविधा शुल्क देना होगा। संतोष ने बताया कि पहले तो वह तैयार नहीं हुआ लेकिन कुछ दिनों बाद वह लेखपाल के पास बैनामा कराने पहुंचा। लेखपाल ने बिना दलाल के बैनामा कराने से मना कर दिया। संतोष को लगा किबिना दलाल के काम नहीं होगा, इसलिए वह पैसे देने को राजी हो गया। इसके बाद लेखपाल व दलाल सक्रिय हो गए और आनन-फानन में उसका बैनामा करा दिया गया। इसके बाद शीघ्र ही उसे खाते से भुगतान होने की बात कहकर पूर्वांचल बैंक उदेश्यपुरा में खाता भी खुलवा दिया।
चेक बुक पर करवाए हस्ताक्षर
संतोष का खाता भी दलाल ने ही बैंक में खुलवाया। शाखा प्रबंधक ने चेक बुक व पासबुक किसान को न देकर दलाल को दे दी जिसके बाद दलाल ने किसान से चेक बुक पर हस्ताक्षर करवा उसे यह कहकर घर भेज दिया कि जैसे ही पैसा आएगा उसे बता दिया जाएगा।
दो दिन में निकल गए 17.33 लाख
संतोष के खाते में 20 अक्टूबर 2014 को 45 लाख रुपये पहुंचे और अगले ही दिन दलाल ने किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से चेक संख्या 349805 से एक लाख साठ हजार रुपये निकाले। इसी दिन यानी 21 अक्टूबर को दलाल ने दूसरी चेक 349802 से चार लाख रुपये कैश ले लिया और अगले दिन दलाल ने अपने नाम से चेक संख्या 349806 से 6 लाख 73 हजार 400 एवं दूसरी चेक 349801 से पांच लाख रुपये निकाल लिए। इस तरह दो दिन में 17 लाख 33 हजार 400 रुपये दलाल ने खाते से निकाल लिए। अमूमन बचत खाते से 50 हजार से ज्यादा निकालने के लिए पैन कार्ड का होना आवश्यक है लेकिन संतोष के खाते में तो पैन कार्ड भी नहीं लगा था इसके बावजूद भी दो दिन के अंदर शाखा प्रबंधक ने इतनी बड़ी राशि निकाल दी। संतोष को खाते से इतनी बड़ी राशि निकलने की जानकारी पैसा निकलने के एक हफ्ते बाद तब हुई जब वह खाते से पैसे निकालने बैंक पहुंचा।
सीएम से शिकायत करेगा किसान
संतोष ने बताया उसका खाता खुलने के बाद उसे चेक बुक और पास बुक तक नहीं दी गई और धोखे से उसके खाते से इतनी बड़ी रकम निकाली गई है। संतोष ने बताया पहले भी उसने कई शिकायतें की हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब वह जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाएगा और लखनऊ में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी जाकर न्याय मांगेगा।
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2014 में मेरी तैनाती ताखा में नहीं थी इसलिए मामला संज्ञान में नहीं है। पीड़ित शिकायत दर्ज कराएगा तो पूरे मामले की जांच निष्पक्ष रूप से की जाएगी। जो दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
घनश्याम वर्मा, एसडीएम ताखा