सब्जी की क्रेट में मीट की बिक्री
जागरण संवाददाता, इटावा : बीते एक महीने से बंद अवैध मीट का कारोबार अब चोरी छिपे शुरू हो गया है। कारोब
जागरण संवाददाता, इटावा : बीते एक महीने से बंद अवैध मीट का कारोबार अब चोरी छिपे शुरू हो गया है। कारोबारियों ने दुकानों की जगह घरों को ही स्लाटर हाउस बना लिया है। कारोबारी सुबह सब्जी व फल की क्रेटों में मीट भरकर लोगों को आपूर्ति करना शुरू कर देते हैं।
बीते एक माह से अवैध मीट का कारोबार बंद है। मीट कारोबारियों के लिए जिला प्रशासन व नगर पालिका द्वारा कोई स्लाटर हाउस की स्थापना नहीं की गई। इस कारण इन्हें लाइसेंस भी निर्गत नहीं हो सके। अब कुछ कारोबारियों ने छिपकर कारोबार शुरू कर दिया।
शहर में मीट की दुकानें
करीब आधा दर्जन मोहल्लों नौरंगाबाद, साबितगंज, नया शहर, कटरा सेवा कली, उर्दू मोहल्ला, अर¨वद पुल इत्यादि स्थानों पर हैं जहां पर मीट की बिक्री का काम किया जाता है।
बढ़ा दिए मीट के भाव
जब से अवैध मीट के कारोबार पर बंदी लगी है, इसके बाद चोरी छिपे बेचे जा रहे मीट का भाव भी बढ़ा दिया गया है। जो मीट कभी 100 व 120 रुपये प्रतिकिलो बेंचा जाता था, अब उसका भाव भी बढ़कर 200 रुपये व उससे अधिक हो गया है। इसके साथ ही उन्हें सड़ा गला मीट भी दिया जा रहा है। इसे लेकर बसपा नेता मुशर्रफ ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मीट कारोबारियों पर तुरंत लगाम लगाई जाए जो सड़ा-गला मीट बेंच रहे हैं। इससे लोगों में बीमारियां बढ़ रही हैं।
पुलिस मौन क्यों है..
शहर में अवैध रूप से बिक रहे मीट के कारोबार पर पुलिस के पूरी नजर है, इसके बावजूद पुलिस मौन है। लोगों का आरोप है कि पुलिस इन मीट कारोबारियों को धन उगाही का जरिया बनाए हुए है।
डिमांड पर की जाती है आपूर्ति
मीट का कारोबार करने वाले भले ही अपनी दुकानों को बंद रखे हुए हैं, इसके बावजूद उनका कारोबार थमा नहीं है। जहां अधिक डिमांड होती है वहां लोगों की नजर बचाकर सुबह सबेरे ही आपूर्ति कर दी जाती है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी नीलम चौधरी ने बताया कि नगर पालिका ने कोई लाइसेंस जारी नहीं किया है। जो लोग घरों में कटान कर रहे हैं ये अवैध है। सूचना मिलने पर नगर पालिका ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।