बुनकरों के घरों पर मीटर लगाने को विभाग अड़ा
जागरण संवाददाता, इटावा : शहर के बुनकरों के घर बिजली के मीटर लगाने को लेकर पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी
जागरण संवाददाता, इटावा : शहर के बुनकरों के घर बिजली के मीटर लगाने को लेकर पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी अड़े हुए हैं। 1786 रजिस्टर्ड बुनकरों को सोमवार तक का समय दिया गया है। अगर घरों के बाहर मीटर नहीं लगते हैं तो पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी मंगलवार को पुलिस लेकर जाएंगे और मीटर लगवा देंगे।
बुनकरों द्वारा सब्सिडी के नाम पर बिजली का उपयोग किया जा रहा है। केंद्र सरकार उन्हें करीब 200 यूनिट तक सब्सिडी प्रदान करती है यह सब्सिडी उनके खाते में जमा कर दी जाती है। परंतु हो यह रहा है कि बुनकरों द्वारा पावरलूमों को चलाने के अलावा घर में बिजली का उपयोग, हीटर से खाना बनाने में किया जा रहा है। जिसको पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने कई बार चे¨कग में पकड़ा। यह मामला शासन तक भी गया परंतु कुछ नहीं हुआ। अब शासन जब सख्त हुआ तो बुनकरों के यहां मीटर लगाने की बात फिर उठने लगी। कॉरपोरेशन के अधिकारी हर हाल में मीटर लगाने को तैयार बैठे हैं। अधिशासी अभियंता आरके ग्रोवर ने बताया कि मीटर लगाने की कार्रवाई शुरू की जा रही है ताकि यह मालूम पड़ सके कि कौन व्यक्ति कितनी यूनिट बिजली का उपभोग कर रहा है। उनका कहना है कि बुनकरों को जो सब्सिडी मिलती है वह मिलती रहेगी।
चार किलोवाट कनेक्शन वाले होंगे निशाने पर
बिजली विभाग के शुरू होने जा रहे चे¨कग अभियान में शहर में चार किलोवाट विद्युत कनेक्शन वाले उपभोक्ता निशाने पर हैं। इन उपभोक्ताओं ने पिछले चे¨कग अभियान के दौरान अपना लोड तो बढ़वा लिया था परंतु उसके सापेक्ष उनके बिल नहीं बढ़े। ऐसे ज्यादातर उपभोक्ताओं के यहां एयरकंडीशन इस्तेमाल किए जा रहे हैं। विभाग इसी को लेकर अब अपनी रणनीति बना रहा है। सरकार बदलने पर अब स्थिति में काफी बदलाव आया है। अधिशासी अभियंता आरके ग्रोवर बताते हैं कि पहले शहर में घरेलू उपभोक्ताओं का 7 से 8 लाख रुपए प्रतिदिन जमा होता था जो अब बढ़कर 15 लाख रुपये प्रतिदिन हो गया है। यह उनके लिए अच्छी बात है। हालांकि शहर में बकाया उपभोक्ताओं पर करीब 20 करोड़ रुपए का है।