हवाई पट्टी को अड्डे के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव लटका
जागरण संवाददाता, इटावा : सैफई हवाई पट्टी को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का रूप लेने के लिए लंबा इंतजार
जागरण संवाददाता, इटावा : सैफई हवाई पट्टी को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का रूप लेने के लिए लंबा इंतजार करना होगा। शासन द्वारा अगस्त 2016 में नागरिक उड्डयन विभाग को भेजी गई फाइल लटक गई है। इसमें आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी देकर सैफई को हवाई अड्डे के लिए सबसे मुफीद बताया गया था।
प्रदेश सरकार के गृह सचिव एसके रघुवंशी ने नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक को इस मामले में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर पैरवी करने को कहा था। परंतु केंद्र सरकार की एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने दो बार सैफई हवाई पट्टी का निरीक्षण किया और इस प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया है। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव को फिलहाल लटका दिया गया है। अब प्रदेश में सपा सरकार जाने के बाद फिलहाल सैफई हवाई पट्टी को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव लटका ही माना जा रहा है।
बेहतर है यहां का रनवे
सैफई स्थित हवाई पट्टी एक किलो मीटर चौड़ी और 6 किमी लंबी है। यह प्रदेश में स्थित अन्य हवाई पट्टियों के मुकाबले बेहतर रनवे है। वायु सेना का सुखोई फाइटर प्लेन ने भी यहां पर कई बार अभ्यास कर चुका है। सैफई हवाई पट्टी के प्रभारी आरएस यादव ने बताया कि फिलहाल यहां पर हवाई अड्डे का कोई प्रस्ताव नहीं है। प्रभारी जिलाधिकारी पीके श्रीवास्तव ने किसी तरह का कोई आदेश न आने की बात कही है।