गोपाल यादव ने नगर अध्यक्ष सहित यूथ ¨वग भंग किए
जागरण संवाददाता, इटावा : सपा में चल रही सियासी जंग का शुक्रवार को फिर नजारा देखने को मिला। अखिलेश
जागरण संवाददाता, इटावा :
सपा में चल रही सियासी जंग का शुक्रवार को फिर नजारा देखने को मिला। अखिलेश गुट के सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने सपा के नगर अध्यक्ष तथा सपा के चारों युवा फ्रंटल संगठनों के जिलाध्यक्षों को कार्यसमिति सहित भंग कर दिया। संगठन की विस्तार से समीक्षा करने के उपरांत जुझारू लोगों को संगठन में शामिल करने का ऐलान किया। उन्होंने दावा किया कि वे ही सपा के असली जिलाध्यक्ष हैं। इस लिए कार्यकारिणी भंग करने का अधिकार उन्हें ही है।
शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास पर सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि बीते सप्ताह से संगठन की गतिविधियां देखी जा रही हे। जनपद में भ्रमण करने के उपरांत यह निर्णय लिया गया। आगामी 3-4 दिनों में संगठन की समीक्षा करके शहर सपा अध्यक्ष, लोहिया वाहिनी, युवजन सभा, मुलायम ¨सह यूथ ब्रिगेड तथा छात्र सभा के जिलाध्यक्षों की घोषणा की जायेगी। इस मौके पर पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया, पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद, आशीष राजपूत, ललित दुबे, नफीसुल हसन अंसारी तथा अखिलेश लोहिया आदि सपा नेता उपस्थित थे। सपा नेता सभासद अमित सोनी का निष्कासन निरस्त कर दिया।
सपा कार्यालय पर मुलायम समर्थकों का जमाबड़ा
समाजवादी पार्टी कार्यालय पर सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव तथा शिवपाल ¨सह यादव के समर्थकों का जमाबड़ा बीते 8 दिनों से लगा हुआ है। चुनाव आयोग के फैसले को लेकर सुबह से ही कार्यालय पर खासी गहमागहमी का माहौल रहा। अखिलेश गुट द्वारा पार्टी कार्यालय पर जबरन कब्जा करने की आशंका से ग्रस्त मुलायम-शिवपाल समर्थक वहां से हट नहीं रहे हैं। इससे शांति भंग की आशंका से प्रशासन ने वहां पुलिस बल तैनात कर रखा है। शुक्रवार को चुनाव आयोग का फैसला आने को लेकर सदर विधायक रघुराज शाक्य, जिला महासचिव कृष्णमुरारी गुप्ता, संजय शुक्ला, विधायक भरथना सुखदेवी वर्मा, पं रतन चौधरी, केके यादव, शेरा पहलवान, आदित्य गो¨वद, खन्ना यादव, फरहान शकील आदि सपा नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ पार्टी कार्यालय पर जमे रहे। सपा प्रमुख के चुनाव आयोग कार्यालय जाने पर जमकर नारेबाजी हुई।