नई करेंसी के अभाव में बाजार में मंदी
बरालोकपुर, संवाद सूत्र : नोटबंदी हुए लगभग एक माह होने को आ रहा है लेकिन नई करेंसी के अभाव में कस्बे
बरालोकपुर, संवाद सूत्र : नोटबंदी हुए लगभग एक माह होने को आ रहा है लेकिन नई करेंसी के अभाव में कस्बे के बाजार में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है। हालात इतने खराब हैं कि दुकानदार रोज सुबह अपनी दुकान खोलते हैं और पूरा दिन गुजर जाने के बाद ग्राहकों के इंतजार में शाम को दुकान बंद करके घर चले जाते हैं। दैनिक जागरण ने कुछ दुकानदारों से बात की।
लोहा व्यापारी रवि कुमार का कहना है कि वे सुबह दुकान पर आते हैं शाम तक बैठे रहते हैं और अगरबत्ती लगाकर वापस चले जाते हैं। कोई एक आध ग्राहक आ जाये तो संयोग है।
कपड़ा व्यापारी विकास गुप्ता का कहना है कि सर्दी चालू हो गई है लेकिन लोगों के पास नकदी न होने के कारण रजाई गद्दे नहीं बिक पा रहे हैं। महिलाएं धन न होने के कारण दुकान पर नहीं आ रहीं हैं। किराना व्यापारी संदीप का कहना है कि बाजार में सामान है पर नोट न होने के कारण सामान रखा हुआ है। 500 का नोट बाजार में न होने के कारण दो हजार का नोट तोड़ने में दिक्कत हो रही है।
किसान बंटू यादव का कहना है कि अपना पैसा जमा करने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। दो हजार के नोट से पहले पांच सौ का नोट बाजार में आता तो परेशानी नहीं होती। हम सरकार के फैसले से परेशान नहीं है बल्कि व्यवस्था से परेशान हैं। किसान के लिए दो हजार का नोट मुफीद नहीं है।