इटावा-मैनपुरी के मध्य 80 किमी की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन
इटावा, जागरण संवाददाता : सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट इटावा-मैनपुरी रेल सेवा साकार
इटावा, जागरण संवाददाता : सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट इटावा-मैनपुरी रेल सेवा साकार हो गई है। मुख्य संरक्षा आयुक्त ने नवनिर्मित रेलवे ट्रैक मानकों पर खरा पाया है। इसके तहत शुरुआत में ही 80 किमी की स्पीड से ट्रेन दौड़ाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। रेलवे मंत्रालय जल्द ही यात्री ट्रेन का शुभारंभ करने का ऐलान कर देगा। इससे ट्रेन के माध्यम से इटावा-मैनपुरी की दूरी महज एक घंटे में तय हो जाया करेगी। इटावा से मैनपुरी रेल सेवा की आधारशिला 2004 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने सैफई में आयोजित समारोह में रखी थी। उस समय तत्कालीन रेलमंत्री वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सेवा को सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुए आगामी चार सालों में निर्माण कार्य पूरा कराने का आश्वासन दिया था। केंद्र में यूपीए सरकार गठित होने पर निर्माण कार्य काफी धीमा हो गया था। केंद्र में मोदी सरकार बनने पर इसका निर्माण कार्य तेजी से हुआ। मार्च 2016 में इस ट्रैक पर मालगाड़ी दौड़ा दी गई, बीते 21 अक्टूबर को सीआरएस यानी मुख्य संरक्षा आयुक्त पीके बाजपेई ने निरीक्षण करके इस ट्रैक को ओके कर दिया। राष्ट्रीय रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य शेख मोहम्मद पुखरायां ने बताया कि सीआरएस ने इस ट्रैक पर 100 किमी की स्पीड से ट्रेन चलवाकर इसकी गुणवत्ता को परखा, इसके तहत 80 किमी की स्पीड से ट्रेन दौड़ाने की अनुमति प्रदान कर दी। रेलवे के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार होगा जब नवनिर्मित ट्रैक पर 80 किमी की स्पीड से ट्रेन दौड़ाने की अनुमति सीआरएस ने दी हो, अभी तक 45 और 60 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ाने की अनुमति दी जाती रही है, कुछ समय बाद ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाती है। सीआरएस की नजर में इटावा-मैनपुरी ट्रैक मानको पर खरा उतरा है।
रेलवे मंत्रालय लेगा निर्णय
इटावा-मैनपुरी रेलवे ट्रैक पर 80 किमी की स्पीड से ट्रेन को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है। ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाने के कुछ दिनों बाद उक्त ट्रैक पर 100 किमी की स्पीड से ट्रेन दौड़ाई जायेगी। यात्री ट्रेनों का परिचालन कराने का निर्णय रेलवे मंत्रालय करेगा।
- विजय कुमार मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उमरे इलाहाबाद।