धन मिला पर नहीं बदले हालात
इटावा, जागरण संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को दो वर्ष बीत जाने के बाद
इटावा, जागरण संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को दो वर्ष बीत जाने के बाद भी गति प्रदान नहीं की जा सकी है। सोचा था कि स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत होने से शहर की तस्वीर बदल जायेगी, लेकिन अभी तक यह लोगों के लिए सपना ही बना हुआ है। हैरत की बात यह है कि भारत सरकार द्वारा शौचालय निर्माण के लिए प्रथम किस्त के रूप में तकरीबन 33 लाख रुपया भी अवमुक्त कर दिया है, बावजूद इसके अभी तक 1500 के सापेक्ष मात्र 125 शौचालयों पर कार्य शुरू हो सका है।
हवा में स्वच्छता, कागजों पर अभियान
इसे नगर पालिका की उदासीनता कहें या प्रशासन की ढील जिस कारण शहर में शौचालायों की स्थिति अच्छी नहीं कही है। नगर पालिका परिषद द्वारा स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभी तक जितने भी अभियान चलाये गये, वह फाइलों से निकल कर आम लोगों तक नहीं पहुंच सके। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद ने भी जन जागरण अभियान को लेकर पालिका क्षेत्र में निकलने की जहतम नहीं उठायी। यह बात दीगर है कि उन्होंने पालिका कार्यालय के बाहर घूम कर जनजागरण अभियान का श्री गणेश कर लिया हो, जिसकी गूंज पालिका क्षेत्र में नहीं पहुंच सकी। उनके यह कथित अभियान अखबारों की सुर्खियां बनकर ही रह गये।
बीते दो साल में निर्मित शौचालयों का हाल
नगर पालिका परिषद के प्रयास से पालिका क्षेत्र में बनवाये जा रहे शौचालय मानक से बहुत पीछे कहे जा सकते हैं। पालिका के मुख्य सफाई अधिकारी रामानंद त्यागी के मुताबिक अभी तक शहर में मात्र 125 शौचालयों का निर्माण चल रहा है। किस्तों में मिलने वाली धनराशि के कारण जरूरतमंद लोग भी शौचालय निर्माण में आगे नहीं आ रहे हैं। दो साल में मात्र 125 लोग ही शौचालय निर्माण को लेकर आगे आये हैं, जिसे किसी भी उपलब्धि का हिस्सा नहीं कहा जा सकता है।
अधिशासी अधिकारी बोलीं
भारत सरकार द्वारा शौचालय निर्माण के लिए की गयी पहल के तहत अभी तक पालिका क्षेत्र से 6400 परिवारों ने शौचालय की मांग को लेकर आवेदन किया है। जांच करने पर मानकों पर 1500 परिवार खरे उतरे हैं। इनमें 125 परिवारों द्वारा शौचालय का निर्माण शुरू करा दिया गया है। बाकी लोगों से भी शौचालय निर्माण शुरू कराने को कहा गया है। अभ्यर्थियों को चार किस्तों में दो-दो हजार कुल 8 हजार रुपये की मदद दी जा रही है।
अभियान एक नजर में
शहर की आबादी - 3 लाख
शौचालय के लिए आवेदन - 6400
स्वीकृत आवेदन - 1500
कार्य शुरू - 125
धन अवमुक्त - 33 लाख रुपये