डेंगू से 13 वर्षीय बच्चे की मौत
इटावा, जागरण संवाददाता : सोमवार को फिर दो मरीजों में डेंगू के लक्षण पाये जाने से मरीजों में हड़कंप मच
इटावा, जागरण संवाददाता : सोमवार को फिर दो मरीजों में डेंगू के लक्षण पाये जाने से मरीजों में हड़कंप मच गया। पक्काबाग निवासी देवांग पुत्र राजीव तिवारी 13 की डेंगू से मौत हो जाने से शहर में दहशत फैल गयी है। उसका सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज चल रहा था। वह पिछले कई दिनों से डेंगू से पीड़ित था।
सोमवार को जिला अस्पताल में फिजीशियन डॉ. बीके साहू के कक्ष में सुबह से ही भीड़ लगना शुरू हो गयी थी। दोपहर तक करीब 180 मरीज आ चुके थे। मरीज रामऔतार इकदिल, रमन कुमार बिजौली, पूजा प्रजापति अशोक नगर, रमेश चंद्र, धर्मवीर, सहदेव ¨सह सहित अनेक मरीजो का कहना है कि भीड़ के कारण शनिवार को वह नहीं दिखा सके।
डॉ. बीके साहू ने बताया कि इस समय वायरल बुखार के साथ पेट दर्द, दस्त के मरीज भी बड़ी तादात में आ रहे हैं। हालत यह है कि मरीजों की भीड़ को देखते हुए समय कम पड़ जाता है। मरीजों को बीमारी से बचाव की जानकारी भी मिलनी चाहिए। जानकारी के अभाव में मरीज बार-बार अस्पताल आ रहा है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में कंट्रोल रूम के अभाव में मरीज खासे परेशान हो रहे हैं। जब लगातार दो दिन तक बुखार नहीं उतरता है, तो मरीजों को डेंगू की ¨चता सताने लगती है। अगर मरीजों का मार्ग दर्शन करने की कोई व्यवस्था कर दी जाये तो दहशत का माहौल खत्म हो सकता है।
जांचों पर नहीं रहा विश्वास
जिला अस्पताल में होने वाली जांचों से मरीजों का विश्वास उठता जा रहा है। मरीज कई दिन तक बुखार से परेशान होकर जब अस्पताल में जांच कराने आता है, तो उसे नार्मल बता दिया जाता है। इसके चलते बहुत से मरीज तो निजी क्षेत्र से जांच कराने को मजबूर हैं। रशीदा बेगम, सुरेश, कैलाश का कहना है कि जांच के बाद भी दवा असर नहीं कर रही है, यह जांच का विषय कहा जा सकता है।
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फिर निकले डेंगू के दो मरीज
जिला अस्पताल में जांच कर रहीं ज्ञान पैथलॉजी के ब्रांच मैनेजर अवनींद्र चौहान, अनीता राजपूत, अतुल कुमार का कहना है कि सोमवार को मिली रिपोर्ट में कल्पना उम्र 26 वर्ष निवासी कामेत व रामगोपाल 63 निवासी निनावा भरथना की जांच में डेंगू के लक्षण पाये गये हैं।
सीएमएस बोले
इस समय मरीजों की भरमार है, बुखार के मरीज सबसे अधिक आ रहे हैं, चिकित्सक भीड़ को लेकर परेशान हैं। सीमित संसाधनों में मरीजों को उपचार दिया जाता है। भर्ती मरीजों को बीमारी से बचाने को 72 मच्छरदानी लगवा दी है।
- डा. अशोक कुमार पालीवाल, मुख्य चिकित्साधीक्षक, जिला अस्पताल पुरुष।