30 हजार की खातिर की गई थी डॉक्टर की हत्या
ऊसराहार, संवाद सहयोगी : थाना क्षेत्र के पुरैला निवासी डॉ. सिपाही लाल प्रजापति की तीन सितंबर को उस व
ऊसराहार, संवाद सहयोगी : थाना क्षेत्र के पुरैला निवासी डॉ. सिपाही लाल प्रजापति की तीन सितंबर को उस वक्त दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी जब वह ताखा बरौना मार्ग पर बाइक से दवाई देने जा रहे थे। पुलिस ने हत्या के 23 दिन बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है, प्रमुख आरोपी अभी भी फरार है। हत्या में प्रयुक्त हथियार भी फरार आरोपी के पास बताया गया है। हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर की गई थी।
थानाध्यक्ष नासिर हुसैन ने बताया कि डॉ. सिपाही लाल की हत्या की विवेचना में कभी पैसों का लेनदेन सामने आया तो कभी अवैध संबंधों की चर्चा सामने आई। जब मामले की तह तक जांच की गई तो एक बाग खरीदने को लेकर 30 हजार रुपये का मामला सामने आया। थाना क्षेत्र के कुदरैल निवासी लियाकत अली व उसके भाई अंसार अली पुत्र रफीक अली को पकड़ा गया तब मामले की परतें खुल गईं। सिपाही लाल से उक्त दोनों भाइयों ने बाग खरीदने के लिए कुछ दिन पहले 30 हजार रुपये उधार लिये थे। रुपये वापस न मिलने पर सिपाही लाल लियाकत अली से पैसे मांगने उसके घर जाने लगा लेकिन उसे पैसे नहीं मिले तो वह आये दिन उसके घर पहुंच जाता था जो लियाकत और उसके भाई को नागवार गुजरा और दोनों ने रास्ते से हटाने की योजना बना दी। तीन सितंबर को जब सिपाही लाल ताखा बरौना मार्ग पर बाइक से एक गांव में दवा देने जा रहा था तभी उसे रास्ते मे रोककर गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
इस घटना में और कौन-कौन शामिल है, इसका खुलासा फिलहाल पुलिस ने नहीं किया है। यह जरूर कहा, प्रमुख आरोपी की और हत्या में प्रयुक्त तमंचे की तलाश भी की जा रही है। यह सवाल अभी अबूझ है कि हत्या की वजह किसी से अवैध संबंध तो नहीं है और इस हत्या में किसी महिला का भी हाथ तो नहीं है। थानाध्यक्ष हुसैन का कहना है शीघ्र ही प्रमुख आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होगा, जिसकी संख्या एक से ज्यादा भी हो सकती है।