बंद कमरे में हो गयी सेंट्रल ड्रग हाउस अग्निकांड की जांच
इटावा, जागरण संवाददाता : सीएमओ से संबंधित सेंट्रल ड्रग हाउस में बीती एक माह पूर्व लगी आग तथा तकरीबन
इटावा, जागरण संवाददाता : सीएमओ से संबंधित सेंट्रल ड्रग हाउस में बीती एक माह पूर्व लगी आग तथा तकरीबन एक करोड़ से अधिक की जली दवाओं की जांच बुधवार को संयुक्त अपर निदेशक कानपुर मंडल द्वारा की गयी। जांच की खास बात यह रही कि तीन सदस्यीय टीम ने वातानुकूलित कमरे में ही बैठ कर जांच की आख्या तैयार कर ली।
इससे पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके नैय्यर ने अपने कमरे को बंद कर बाहर कड़ा पहरा बैठाकर किसी के भी आने जाने पर रोक लगा दी। बाद में अंदर क्या गुफ्तगू होती रही पता नहीं चला। उसके बाद सीएमओ अपने चेंबर से निकल आये और पारदर्शी तरीके से जांच की जाने की बात कही।जांच करने आये डा. करन ¨सह संयुक्त अपर निदेशक कानपुर मंडल, डा. जनार्दन बाबू संयुक्त अपर निदेशक कानपुर मंडल तथा संतोष कटियार चीफ फार्मासिस्ट अपर निदेशक कानपुर ने सेंट्रल ड्रग हाउस में तैनात संविदा एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने बात की। टीम ने कमलेश रवींद्र कुमार, जितेंद्र, अर¨वद सहित अन्य कर्मचारियों ने उनकी तैनाती का समय, कैसे लगी आग, कब हुई जानकारी, कैसे बुझी आग, कितना सामान जला आदि ¨वदुओं पर चर्चा की। जांच की कोई जानकारी नहीं दी गयी। जांच टीम कानपुर में अपने अधिकारियों को जांच आख्या सौंपेंगे उसी आधार पर आगामी निर्णय लिया जायेगा।
जांच के दौरान ड्रग हाउस प्रभारी फार्मासिस्ट डा. राजीव लोचन शुक्ला अवकाश पर बताये गये। कई बार मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन बात संभव नहीं हो सकी। टीम ने उनसे कोई बात नहीं की इससे यह संभावना है कि इस जांच का कोई निष्कर्ष नहीं निकलने वाला है। फिलहाल जांच टीम अपनी पूछताछ करके चली गयी।