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पूरे परिवार के बीच मुलायम ने काटा केक

एक इनसेट भी है इटावा, जागरण संवाददाता : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम ¨सह यादव ने अपने 77 वें जन

By Edited By: Published: Sun, 22 Nov 2015 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2015 01:00 AM (IST)
पूरे परिवार के बीच मुलायम ने काटा केक

एक इनसेट भी है

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इटावा, जागरण संवाददाता : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम ¨सह यादव ने अपने 77 वें जन्मदिवस के मौके पर सैफई के एथलेटिक्स स्टेडियम में करीब 40 हजार लोगों के बीच अपने परिवार के साथ जब केक काटा तो पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट के साथ गूंज उठा। मुलायम ने अपने संबोधन के बाद ठीक 8 बजकर 10 मिनट पर केक काटा।

इस अवसर पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सांसद धर्मेंद्र यादव, सांसद डिम्पल यादव सहित मुख्यमंत्री की पुत्रियां ईशा व टीना व पुत्र अर्जुन के अलावा अमर ¨सह भी साथ में मौजूद थे। मुलायम ¨सह ने केक काटकर अखिलेश यादव के बच्चों को खिलाया। उन्होंने अमर ¨सह को भी केक खिलाया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के करीब 30 से अधिक मंत्री व मुख्य सचिव आलोक रंजन के अलावा बड़ी संख्या में लखनऊ से अधिकारी भी आये हुए थे।

गरीबों के घर जन्मदिन मनेंगे तो मिलेगी खुशी

अपने संबोधन में मुलायम ने कहा कि उन्हें तब खुशी होगी जब गरीबों के घर में जन्मदिन मनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि वे जन्मदिन मनाने के हितैषी नहीं है परंतु लोगों ने उनका जन्मदिन मना दिया।

मुलायम ने कहा कि एक बार उन्होंने अपना जन्मदिन न मनाने को लेकर जनेश्वर मिश्रा को चिट्ठी भी लिखी थी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में तीन चीजें इच्छा शक्ति, संकल्प शक्ति व साहस जिस व्यक्ति में होता है उसको कोई आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता है। उन्हें अपने जीवन में तीन बार जान का खतरा हुआ था परंतु वे बच गये। अखिलेश यादव पर भी एक बार गोली चल चुकी है। समाजवाद का मतलब संपन्नता व खुशहाली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में अच्छा काम किया है। सर्वे में उत्तर प्रदेश का नंबर देश में चौथे स्थान पर आ रहा है परंतु वह उसे पहले स्थान पर मानते हैं। प्रदेश में लोगों को मुफ्त इलाज मिल रहा है।

समारोह में मौजूद अमर ¨सह बोले नेता जी निरंकारी हैं। यह उनका सबसे बड़ा गुण है। मुलायम ¨सह में अटल बिहारी वाजपेयी व चंद्रशेखर जैसे गुण हैं।

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एआर रहमान ने लोगों को झुमाया

इटावा, जागरण संवाददाता : खलबली है खलबली, खलबली है खलबली ..रंग दे बसंती का यह गाना जब सैफई के एथलेटिक्टस स्टेडियम में गूंजा तो वहां मौजूद दर्शकों में वाकई में खलबली मच गई। इस गाने के संगीतकार व गायक ऑस्कर अवॉर्ड विजेता एआर रहमान स्वयं उनके सामने पहुंचे थे। एआर रहमान सहित विविध गायकी के लिए जाने जाने वाले हरिहरन, जावेद खान व अन्य गायकों ने भी बेहतरीन नगमे गाकर लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। उनके गानों के साथ ही सह कलाकारों के डांस व कई ऑर्केस्ट्रा आर्टिस्ट के वाद्य यंत्रों की धुनों ने जन्मदिन के माहौल को रोमांचक बना दिया।

फिल्म जोधा अकबर के गीत 'अजीमो शान शहंशाह' के गीत की शुरुआत के साथ ही एआर रहमान का एक रथ पर सवार होकर धमाकेदार एंट्री मारना सभी को बहुत पसंद आया। उनका रथ वीआईपी गैलरी के चारों ओर चक्कर लगाता हुआ मंच पर पहुंचा। ऐसा प्रतीत हुआ जैसे मुलायम ¨सह को बादशाह के रूप में जन्मदिन की मुबारकबाद दी जा रही हो। इसके बाद आया रहमान का 'जय हो' जिसका साथ मौजूद दर्शकों ने तालियों के साथ दिया। उन्होंने 'दिल से रे, दिल से रे' गाया।

हरिहरन ने रोजा फिल्म का दिल छू लेने वाला गीत 'रोजा जाने मन, तू ही मेरा मन' गाकर सभी का दिल छू लिया। फिर हरिहरन व श्वेता पांडे ने रंगीला फिल्म का गीत 'हाय राम ये क्या हुआ' गाया तो युवा झूम उठे। इसके बाद उन्होंने 'ये जो देश है मेरा, स्वदेश है तेरा' व 'ससुराल गेंदा फूल' गाने गाए।

इन गानों के बाद एआर रहमान ने जोधा अकबर का ख्वाजा मेरे ख्वाजा गाकर माहौल सूफियाना कर दिया। जावेद अली ने 'नैनो के घाट ले जा सपनों की नैया' और साथिया-साथिया गाने गाए। कार्यक्रम में फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा भी शामिल हुई।


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