199 विद्यालयों को मिले शिक्षक
इटावा, जागरण संवाददाता : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के प्रयास के तहत सोमवार
इटावा, जागरण संवाददाता : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के प्रयास के तहत सोमवार को शिक्षा मित्रों की काउंसि¨लग प्रारंभ हुई, जिसमें 199 शिक्षा मित्रों ने अपने पसंद के विद्यालयों के विकल्प भरे। पहले दिन विकलांगों व महिला शिक्षा मित्रों की काउंसि¨लग हुई, जिसके लिए 200 अभ्यर्थी बुलाए गए थे। पहले दिन की काउंसि¨लग के बाद जनपद के ग्रामीण क्षेत्र के 199 विद्यालयों को शिक्षक मिल गए।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में सोमवार को आरंभ हुई काउंसि¨लग में विकलांग व महिला शिक्षा मित्र सहित 200 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिनकी जन्म तिथि 1979 तक थी। इनमें से दो अनुपस्थित रहे तथा एक की जन्म तिथि में त्रुटि होने के कारण उसका तत्काल निदान कराया गया। इस प्रकार 201 में से कुल 199 ने अपने विकल्प भरे। इनमें पांच विकलांग तथा 194 महिला शिक्षा मित्र शामिल हैं। इस काउंसि¨लग के बाद जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के 199 विद्यालयों को शिक्षक मिलना तय हो गया है।
पुरुष शिक्षा मित्रों की नहीं होगी काउंसि¨लग
शिक्षा मित्रों की काउंसि¨लग के दूसरे दिन अर्थात आज लगभग 100 महिला शिक्षा मित्रों की काउंसि¨लग होगी। शेष बचे पुरुष शिक्षा मित्रों की काउंसि¨लग नहीं होगी बल्कि उन्हें रोस्टर के आधार पर विद्यालयों का आवंटन किया जाएगा। इन सभी शिक्षामित्रों को 30 अप्रैल तक नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में तैनाती को लेकर उठे सवाल
पहले दिन हो रही काउंसि¨लग के दौरान कुछ शिक्षक संगठनों द्वारा नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों के ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालय में तैनात किए जाने पर सवाल उठाया गया। उनका एक प्रतिनिधि मंडल काउंसि¨लग करवा रहे डायट प्राचार्य ओपी ¨सह व बेसिक शिक्षा अधिकारी जेपी राजपूत से मुलाकात की। उन्हें बताया गया कि यह बहुत पहले से प्रावधान है कि नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों की पहली तैनाती ग्रामीण क्षेत्र में होगी। इसलिए इस पर सवाल उठाना ही अनुचित है। जानकारी के अनुसार पिछली बार हुई काउंसि¨लग में नगर क्षेत्र के कुछ मित्रों को नगर क्षेत्र में ही तैनाती मिल गई थी। डायट प्राचार्य ओपी ¨सह ने इस संबंध में बताया कि पिछली बार भूलवश किसी तरह नगर क्षेत्र के मात्र चार शिक्षा मित्रों को नगर क्षेत्र में ही तैनाती दे दी गई थी, परंतु शासन के स्पष्ट निर्देशानुसार नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों की ग्रामीण क्षेत्र में ही तैनाती होगी।