पेशी पर आए बंदी ने किया नशा
इटावा, जागरण संवाददाता : पेशी के दौरान बंदियों को सभी तरह की सुविधाएं प्राप्त होती हैं, कई घटनाएं हो
इटावा, जागरण संवाददाता : पेशी के दौरान बंदियों को सभी तरह की सुविधाएं प्राप्त होती हैं, कई घटनाएं होने के बावजूद पुलिस इस ओर कोई खास तवज्जो नहीं दे रही है। गुरुवार को दो शातिर अभिरक्षा से फरार हुए तो एक ने इतना अधिक नशा किया कि जेल से उसे मेडिकल कराने के लिए वापस भेजा गया।
जिला कारागार में कड़ाई का दौर चलने से अधिकतर बंदी पेशी के दौरान ही सारी सुविधाएं प्राप्त करते हैं, इसके तहत ही मौका पाकर फरार होने से नहीं चूकते हैं। हवालात से अदालत जाने के दौरान बंदी हर तरह की सुविधा प्राप्त करते हैं, घर से लाये गए खानपान के अलावा नशा करना, मोबाइल फोन से धमकी देना तथा घंटों तक परिजनों व शुभ¨चतकों से वार्तालाप करना आम है। आशु यादव पेशी के बाद शाम को जेल दाखिल किया गया तो नशा से बेहोशी के आलम में पाया गया। जेलर पवन त्रिवेदी ने बताया कि नशा में ज्यादा था इसलिए चिकित्सीय परीक्षण के लिए वापस किया। पुलिस उसे जिला अस्पताल लाई तो उसने कहानी ही पलटते हुए कहा कि किसी ने चाय में नशीला पदार्थ मिला दिया जिससे यह हालत हुई। इन सब तथ्यों के मद्देनजर यही स्पष्ट होता है कि बंदियों की अभिरक्षा के दौरान पुलिस कोई तवज्जो नहीं देती है।