मुख्यमंत्री के जिले में सड़कें खस्ता हाल
गौरव डुडेजा, इटावा मुख्यमंत्री के जिले में सड़कें अभी भी खस्ताहाल बनी हुई हैं। 14 मार्च को सपा सरका
गौरव डुडेजा, इटावा
मुख्यमंत्री के जिले में सड़कें अभी भी खस्ताहाल बनी हुई हैं। 14 मार्च को सपा सरकार के तीन साल पूरे होने के बावजूद भी शहर की सड़कों पर अभी तक काम नहीं हो सका है। यह स्थिति तब है जब लोक निर्माण मंत्री शिवपाल ¨सह यादव भी शहर की सड़कों पर अक्सर भ्रमण करते रहते हैं।
शहर की आधा दर्जन सड़कों को जल निगम द्वारा खोदकर सीवर लाइन बिछाई गई थी। सीवर लाइन बिछने के बाद यह सड़कें कभी भी अपने पुराने स्वरूप में लौटकर नहीं आ पाईं। इस संबंध में कई बार लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने सड़कों का मौका मुआयना भी किया परंतु सड़कों पर काम शुरू नहीं हो सका। सर्वाधिक खस्ता हालत में शहर की मुख्य सड़क स्टेशन बजरिया से लेकर नौरंगाबाद चौराहा होकर मुख्य बाजार तक की है। ऊंची नीची सड़क पर आएदिन गिरते हैं। लोगों के वाहनों को क्षति पहुंचती है। बीते अक्टूबर 2014 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को शहर की खस्ताहाल सड़कों को लेकर दैनिक जागरण ने जब याद दिलाई तो उन्होंने डीएम नितिन बंसल को सड़कों को देखने का निर्देश दिया था। डीएम के निर्देश पर तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट मुनींद्र नाथ उपाध्याय ने छह सड़कों को ऐसा पाया था जिनके नवीनीकरण व मरम्मत की जरूरत है। जबकि छह सड़कें जल निगम द्वारा सीवर लाइन डाले जाने से खस्ताहाल हालत में थीं। जबकि दो सड़कें निर्माण के समय गुणवत्ता पूर्ण निर्माण न करने के कारण जांच प्रक्रिया में उलझी हुई थी।
कौन सी हैं सड़कें
टिक्सी मंदिर से राजागंज होते हुए साबितगंज से फर्रुखाबाद फाटक तक
स्टेशन रोड बजरिया से राजागंज चौराहे तक
करनपुरा रोड से राम मंदिर तक
कटरा फतेह महमूद खां से कबीर गंज तिराहे तक
मकसूदपुरा से अंकलीकर विद्यालय तक
पक्का तालाब चौराहा से राजागंज चौराहे तक वाया पुरविया टोला
पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग दो के किमी एक व दो पर
पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग दो के किमी तीन व चार तक
शहर की सड़कें जल्द बनेंगी
लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड एक के अधिशासी अभियंता एसके श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में सीवर लाइन क्षतिग्रस्त सड़कों को जल्द ही बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहर की दो सबसे मुख्य सड़क नौरंगाबाद चौराहा से शास्त्री चौराहा व टिक्सी मंदिर से गुरुद्वारा तक जहां पर सीवर लाइन डाली गई है इन पर जल्द ही निर्माण होगा। इन सड़कों के बार-बार धसकने के कारण इनकी पे¨चग की गई है। इस कारण सड़कों के निर्माण में विलंब हो रहा है। छह सड़कों के लिए जल निगम ने एक करोड़ 40 लाख रुपया मुहैया करा दिया है।