14 हजार बच्चों को स्कूल पहुंचाने का लक्ष्य
इटावा, जागरण संवाददाता : सर्व शिक्षा अभियान के तहत पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष शिक्षा विभाग 14 हजा
इटावा, जागरण संवाददाता : सर्व शिक्षा अभियान के तहत पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष शिक्षा विभाग 14 हजार अधिक बच्चों का परिषदीेय स्कूलों में दाखिला करायेगा। यह लक्ष्य लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है। पिछले वर्ष 1 लाख 38 हजार बच्चे जनपद के 1240 परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई करते थे। विभाग ने दस फीसदी अधिक लक्ष्य लेकर बच्चों का नामांकन करने की ठानी है।
जनपद में 6 से 14 आयु तक के सभी बच्चे विद्यालयों में पढ़ें, इस दिशा में प्रयास तेज कर दिए गए हैं। सर्व शिक्षा अभियान के जरिए जनपद के सौ फीसदी बच्चों का किसी न किसी विद्यालय में नामांकन सुनिश्चित करने की कवायद के चलते मार्च के माह में जागरुकता अभियान व सर्वे के माध्यम से सरकारी विद्यालयों में दी जाने वाली शिक्षा व सुविधाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके तहत दस मार्च को शहर में शिक्षा जागरुकता रैली निकाली जाएगी। राजकीय इंटर कॉलेज से शुरू होकर नौरंगाबाद होते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पर समाप्त होने वाली इस रैली में नगर क्षेत्र के सरकारी, सहायता प्राप्त व प्राइवेट विद्यालयों के बच्चे, स्काउट-गाइड, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी आदि शामिल होंगे।
ईंट-भट्टों व होटल ढाबों पर होगा सर्वे
परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक अपने क्षेत्र के ईंट भट्ठों, बंजारों के परिवार, होटलों-ढाबों, डोर-टू-डोर सर्वे, जो परिवार किसी विशेष मौसम में जनपद से बाहर व्यापार आदि करने चले जाते हैं तथा आंगनबाड़ी में पढ़ रहे पांच साल की उम्र पूरी कर चुके बच्चों का सर्वे कर उन्हें एक अप्रैल से शुरू हो रहे शैक्षिक सत्र में नामांकित कराएंगे। गत वर्ष जनपद में नामांकित एक लाख 38 हजार विद्यार्थी थे। गत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष दस प्रतिशत अधिक बच्चों का विद्यालयों में नामांकन करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रकार यह अनुमान है कि इस वर्ष लगभग चौदह हजार नये बच्चों को विद्यालयों में प्रवेश मिलेगा।
10 प्रतिशत लक्ष्य को लेकर विभाग आशान्वित
गत वर्ष तक नामांकित किए जाने वाले बच्चों का प्रतिशत गिरता जा रहा था, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग इस बार बढ़े हुए दस प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आशान्वित दिख रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के प्रशिक्षण के जिला समन्वयक डा. सर्वेश यादव के अनुसार पूर्व में जुलाई से सत्र शुरू होता था, तब तक प्राइवेट स्कूल में कई बच्चों का दाखिला हो चुका होता था। चूंकि इस वर्ष शैक्षिक सत्र अप्रेल से शुरू हो रहा है इसलिए इस वर्ष नामांकन बढ़ने की संभावना प्रबल हुई है।
डोर-टू-डोर सर्वे में लगेंगे शिक्षक
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जेपी राजपूत ने बताया कि नामांकन लक्ष्य बढ़ाने को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे किया जायेगा। शिक्षकों को निर्देश दिये जा रहे हैं कि वे बच्चों के दाखिले में पूरा योगदान करें और लोगों को गांव-गांव में शिक्षा के लिये प्रेरित करें।