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भतीजे की हत्या करने के बाद भी मांगता रहा फिरौती

इटावा, जागरण संवाददाता : चार साल के मासूम भतीजे देव का अपहरण करने वाले ताऊ आदेश शाक्य ने खुद को पर्द

By Edited By: Published: Mon, 26 Jan 2015 01:06 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jan 2015 01:06 AM (IST)
भतीजे की हत्या करने के बाद भी मांगता रहा फिरौती

इटावा, जागरण संवाददाता : चार साल के मासूम भतीजे देव का अपहरण करने वाले ताऊ आदेश शाक्य ने खुद को पर्दे के पीछे रखकर अपहरण की योजना रची थी। उसने गांव के ही युवक हरिओम उर्फ विष्णु को भरोसे में लेकर फिरौती मांगने का माध्यम बनाकर उसको 20 हजार रुपये का प्रलोभन दिया था। अपहरण की योजना 18 जनवरी को बनाकर उस दिन विष्णु की आईडी पर सिम खरीदी गई और 23 जनवरी को अपहरण करने के बाद रात में हत्या कर दी गई। शव आलू के खेत में घूरे के पास दबाकर छिपाने की कोशिश की गई। हत्या के बावजूद 24 जनवरी तक फिरौती वसूलने का दबाव बनाया जाता रहा। मकसद फिरौती वसूलने के बाद शव को अन्यत्र फेंकने का था। इससे पहले ही पुलिस की सक्रियता से 32 घंटे के भीतर शव की बरामदगी के साथ अपहरण का खुलासा हो गया।

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अपहरण की घटना को अंजाम देने के बाद चौबीस घंटे तक ताऊ आदेश शाक्य ने खुद पर कतई शक जाहिर न होने देने के लिए देव की तलाश में परिवार के अन्य लोगों के साथ सक्रिय रहा। इस बीच देव के पिता अर¨वद शाक्य की तरफ से दर्ज कराई गई अपहरण की रिपोर्ट के आधार पर 23 जनवरी की रात से ही सुरागकसी में सक्रिय हुए जसवंतनगर सीओ अनिल कुमार, कोतवाल देवेंद्र ¨सह यादव ने क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम की मदद से महलई गांव के हरिओम उर्फ विष्णु पुत्र रामकिशोर को 24 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने घटना का इकबाल करते हुए बताया कि अर¨वद के सगे भाई आदेश ने उसको 20 हजार रुपये देने को कहा था। साथ यह भी कहा था कि वह जैसा-जैसा कहे वैसा-वैसा वह नई सिम के मोबाइल से उसके भाई अर¨वद से कहे। इस पर उसने अपने मोबाइल से सिम बदल-बदल कर अर¨वद को शाम पांच बजे कॉल करके बताया कि उसका पुत्र देव उसके पास है। उसके बदले में साढ़े 7 लाख की फिरौती देनी होगी। 23 जनवरी की रात में पुन: कॉल करके पूछा था कि रकम का इंतजाम हुआ या नहीं। तब अर¨वद ने बताया था कि रकम का इंतजाम नहीं हो पाया है। इसके बाद 24 जनवरी को सुबह देव की हत्या की जानकारी होने के बावजूद उसने आदेश के कहने पर पुन: कॉल की तो साढ़े 5 लाख में बात तय हो गई। विष्णु के मुताबिक देव के मारे जाने की जानकारी होने पर आदेश ने उसको चुप रहने के लिए कहा और बताया कि देव ने उसको पहचान लिया था इस वजह से उसने मारना पड़ा। फिरौती की रकम मिलने के बाद वह शव को कहीं और फेंक देगा।

उधर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. राकेश ¨सह ने बताया कि गिरफ्तार हरिओम उर्फ विष्णु से पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर उसके आलू के खेत में घूरे से मृतक देव का शव 24 जनवरी की रात में बरामद किया गया। तत्पश्चात मुख्य अभियुक्त आदेश शाक्य पुत्र नाथूराम निवासी महलई को गिरफ्तार किया गया। उसने भी घटना में संलिप्त रहते हुए विष्णु की बात का समर्थन किया और बताया कि उसने रुपयों के लिए देव का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। विष्णु के पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया गया है। दोनों अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।


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