विद्युत सप्लाई ठप होने से किसान बदहाल
चकरनगर, संवाद सहयोगी : पिछड़े विकास खंड चकरनगर में ऊबड़-खाबड़ जमीन के साथ जंगली जानवरों के आतंक से जूझ
चकरनगर, संवाद सहयोगी : पिछड़े विकास खंड चकरनगर में ऊबड़-खाबड़ जमीन के साथ जंगली जानवरों के आतंक से जूझ रहे किसानों की फसलें पहले ही मौसम की भेंट चढ़ गई हैं, ऊपर से विद्युत सप्लाई न मिलने से पानी के अभाव में गेहूं की फसल भी चौपट हो रही है। इसके चलते भुखमरी की कगार आए क्षेत्रीय किसानों ने मुख्यमंत्री से विद्युत सप्लाई अतिशीघ्र दुरुस्त कराने की मांग की है।
पिछड़े विकास खंड चकरनगर की ऊबड़-खाबड़ भूमि की जमीनी हकीकत जिले में किसी से छिपी नहीं है। यमुना, चंबल, क्वारी, ¨सध व पहूज जैसी पांच नदियों के किनारे के भीषण जंगल के जंगली जानवर भी किसान की आये दिन फसल चौपट कर रहे हैं। इसके अलावा इस भीषण सर्दी व वर्षा से सरसों, चना, अरहर जैसी किसान की फसलें चौपट होने में कोई कोर कसर नहीं है। ऊपर से जनवरी माह की शुरूआत से ही उक्त तहसील क्षेत्र की विद्युत सप्लाई ठप चल रही है। पहले सप्ताह में लगभग पांच दिन विद्युत आपूर्ति ठप रही तो दूसरे सप्ताह में चार दिन, इसके अलावा लगातार विद्युत सप्लाई की किल्लत बनी हुई है। यदि कभी-कभार बिजली आ भी जाती है तो टू फेस होने के कारण नलकूप चल ही नहीं पा रहे हैं। इस समस्या से पिछड़े क्षेत्र का गरीब किसान लगातार 24 दिन से जूझ रहा है जिससे किसान की गेहूं की फसल भी पूरी तरह चौपट होती जा रही है। क्षेत्रीय किसानों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उक्त विकास खंड की विद्युत सप्लाई को जल्द दुरुस्त कराने की मांग की है जिससे क्षेत्र के किसानों की जान बच सके।
जनता ने बयां किया दर्द
यदि इस प्रकार विद्युत सप्लाई चली तो पूरे तहसील क्षेत्र के किसान की फसल चौपट हो जायेगी। सरकार चे¨कग पर ध्यान दे रही है, तो सप्लाई पर भी ध्यान रखना चाहिए। - विनोद ¨सह राजावत, चंद्रहंसपुरा
इस गरीब क्षेत्र का छोटा किसान वैसे भी जंगली जानवर एवं भगवान की मार से परेशान था, किन्तु अब विद्युत सप्लाई की मार झेली नहीं जा रही है। ऐसा ही रहा तो किसान को जहर खाना पड़ेगा। - अवनीश ¨सह राजावत, चंद्रहंसपुरा
24 दिन से विद्युत सप्लाई न मिलने से पानी के अभाव में गेहूं की फसल सूख रही है। सरसों, तिलहन, चना, अरहर आदि की फसल मौसम की भेंट चढ़ गई है। -भगवान मुखिया, कोटरा