छठ पर वर वधू के मौर सिरवाने पहुंची महिलाएं
औरैया, जागरण संवाददाता : साल भर में विवाहित हुए वर वधू के मौर सिरवाने को महिलाएं रविवार को शहर के प्रमुख तालाबों पर पहुंचीं। भादों की छठ को क्षेत्रीय इलाकों में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसी के चलते शहर के तालाबों पर रविवार को उत्सव जैसा माहौल रहा।
पूरे साल में जिन घरों में शादियां हुई है उनमें वर वधू के मौर सुरक्षित रखे जाते हैं। परंपरा के अनुसार छठ को पास के जल स्रोत पर विधि विधान से उन्हें जल में विसर्जित किया जाता है। स्थानीय गौरैया तालाब पर सैकड़ों महिलाएं मौर सिराने पहुंची। रवायत के मुताबिक अगर परिवार में बेटी की शादी हुई है और वह मायके में है तो वह पूरे श्रंगार के साथ जल स्रोत पर पहुंचती है। इसी तरह नववधू अगर ससुराल में है तो वह भी पूजन में शामिल होती है। तालाब पर पहुंची महिलाओं ने पहले विधि विधान से मौर का पूजन किया बाद में उसे पानी में विसर्जित कर दिया गया। ब्रह्मनगर की शीतला देवी, ओमनगर की राजरानी, बदनपुर की शकुन्तला ने बताया कि यह पर्व परिवारों में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। उधर जनपद के अजीतमल, बाबरपुर, बिधूना, अछल्दा, दिबियापुर, सहार, सहायल, बेला कस्बों में भी तालाबों पर शाम को मेले जैसा माहौल नजर आया।