भूमि अधिग्रहण में नहीं होने देंगे किसानों का उत्पीड़न
इटावा, जागरण संवाददाता : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे में भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर कांग्रेस ने किसानों को न्याय दिलाने का ऐलान किया है। सैफई क्षेत्र के किसानों के लिए तय 1.20 करोड़ प्रति एकड़ के हिसाब से ही चौपला क्षेत्र के किसानों को भी रेट दिलाने के लिए कांग्रेस संघर्ष करेगी। यह ऐलान कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने पार्टी कार्यालय पर आयोजित स्वागत समारोह में किया।
उन्होंने कहा कि लड़ाई आसान नहीं है। इसके बावजूद जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करते हुए कांग्रेस को मजबूत करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि दो सितंबर को पूरे प्रदेश में केंद्र सरकार के 100 दिनों के आपरेशन को लेकर विरोध प्रदर्शन प्रस्तावित है। इटावा में मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलती तो विरोध का दूसरा विकल्प अपनाएंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन सत्यदेव त्रिपाठी ने राजनीति के व्यवसायीकरण पर चिंता जताते हुए कहा कि देश में नरसिम्हाराव सरकार आने के बाद आर्थिक उदारीकरण की नीतियां लागू होने के बाद इसके सुखद और दुखद नतीजे सामने आए हैं। दुखद नतीजा यह कि राजनीति विशुद्ध व्यवसायिक होने की धारणा प्रबल होने लगी। सेवा और विचार की धारा प्रवाहित हुई। इसके बावजूद जो नौजवान सेवा का संकल्प लेकर राजनीति कर रहे हैं, उनसे समाज और देश का काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने चिंता जताई कि आज राजनीति धर्म में बांटी जा रही है। प्रदेश में सांप्रदायिकता का मुकाबला सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है।
कांग्रेस के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अशोक सिंह, निर्वतमान जिलाध्यक्ष अनिल यादव, निर्वतमान शहर अध्यक्ष फजल यूसुफ खां, नए शहर अध्यक्ष मो. राशिद, पूर्व जिलाध्यक्ष सूरज सिंह यादव, कीरत प्रसाद पाल, प्रेम नारायण दोहरे, श्रीप्रबंध त्रिपाठी, धर्मराज वर्मा, ज्ञानवती आदि ने स्वागत संबोधन में नए अध्यक्षों का उत्साहवर्धन किया।
स्वागत सभा में एकजुट दिखे कांग्रेसी
कांग्रेस नई उम्मीद और ऊर्जा के साथ खड़ी हो रही है। गुटों में बंटी काग्रेस लंबे अरसे बाद अपने अपने जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष के स्वागत कार्यक्रम में एकजुट दिखी। अरसे बाद पुराने कार्यकर्ता देखे गए तो पुराने नेता मार्गदर्शक की भूमिका में एक मंच पर नजर आए। प्रांतीय नेता सत्यदेव त्रिपाठी ने नसीहत दी कि दोनों नए अध्यक्ष कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रतिनिधि हैं, इसलिए नेता और कार्यकर्ता गुटबाजी से ऊपर उठकर दोनों पदाधिकारियों का तन-मन-धन से सहयोग करें। स्वागत कार्यक्रम में अजय यादव गुड्डू की अनुपस्थिति और पूर्व मंत्री विनोद यादव कक्का का संबोधन से पूर्व चले जाना कार्यकर्ताओं को काफी अखरा।