दौड़ती बाइक और कानों पर मोबाइल
इटावा, जागरण संवाददाता : शहर में कई बाइक सवार किशोर एक हाथ में मोबाइल कानों से लगाए तेज गति से बाइक दौड़ाते दिखते हैं। इसके चलते कई हादसे हो चुके हैं लेकिन इस ओर सजगता नहीं बरती जा रही है। पुलिस आयेदिन चेकिंग अभियान चलाती है, इसके बावजूद इस ओर कोई अंकुश नहीं लग रहा है।
शहर हो या देहात हर जगह बाइक सवार किशोर फर्राटा भरते नजर आते हैं। हद तो तब हो जाती है जब उनके कानों पर मोबाइल फोन लगा हो। एक हाथ में दौड़ती बाइक तो दूसरे हाथ में मोबाइल फोन होने से जान को खतरा रहता है। इसके बावजूद युवा किशोरों में यह चलन निरंतर बढ़ता जा रहा है। मामला कॉल सुनने तक ही नहीं है, कई किशोर तो कानों में लीड लगाकर संगीत की धुन में मस्त होकर फर्राटा भरते हैं। फोरलेन हाईवे हो या गांव का संपर्क मार्ग हर मार्ग पर ऐसे किशोर जान की बाजी लगाकर बाइक दौड़ाते नजर आते हैं। पुलिस आये दिन वाहन चेकिंग करती है, इसके बावजूद इस ओर कोई अंकुश नहीं लग रहा है।
अधिकतर लाइसेंस नहीं
किशोरों को ड्राइविंग लाइसेंस मिल ही नहीं सकता है। 16 से 18 के मध्य के किशोरों को बगैर गियर की मोपेड चलाने का लाइसेंस मिलता है। चेकिंग होने पर अधिकतर बाइक सवार युवा किशोर बगैर लाइसेंस पकड़े जाते हैं। पुलिस किशोरों को नजरंदाज कर देती है।
सड़कों पर करते स्टंट
कई युवा किशोरों को सड़कों पर बाइक से स्टंट करते देखा गया है। फोरलेन हाइवे पर आईआईटी चौराहा से मानिकपुर मोड़ के मध्य ऐसे युवा नजर आते हैं। कई किशोर तो डिवाइडर के मध्य नाली को छलांग कर हाइवे के आर-पार होते हैं।
बच्चा जानकर नहीं छोड़ेंगे
चेकिंग के दौरान बाइक सवार किशोरों को बच्चा समझकर नहीं छोड़ेंगे। पूर्व में कई चालान किए गए हैं। चेकिंग में किसी के साथ रियायत नहीं बरती जायेगी। किशोरों को बाइक देने से पूर्व उनके अभिभावकों को भी इस ओर तवज्जो देनी चाहिए।-सिद्धार्थ वर्मा सीओ सिटी एवं ट्रैफिक।