होली पर टकराव रोकने के लिए प्रशासन मुस्तैद
जागरण संवाददाता, कासगंज: विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 मार्च को है। अगले ही दिन होली पर्व है। ऐसे में
जागरण संवाददाता, कासगंज: विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 मार्च को है। अगले ही दिन होली पर्व है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के समर्थकों में टकराव हो सकता है। इस टकराव को रोकने के लिए प्रशासन तैयारी में जुट गया है। अभी से मजिस्ट्रेटी ड्यूटियां लगाने का काम शुरू हो गया है।
मतगणना के बाद तीन दिन पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहेंगे, क्योंकि मार्च को चुनावी नतीजे आएंगे। इसके बाद 12 मार्च को होलिका दहन होगा और अगले दिन रंगोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। लिहाजा होली की आड़ में चुनावी रंजिश बड़े संघर्ष और टकराव का सबब बन सकती है। प्रशासनिक अमला भी इस आशंका से इन्कार नहीं कर रहा, क्योंकि जिले की तीनों ही सीटों पर अलग-अलग क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच जातीय रुझान देखने को मिला। ऐसे में मतगणना के बाद प्रत्याशी भले ही संयम बरतें, लेकिन उनके समर्थक शायद ही खुद पर काबू रख पाएं।
इसे भांपते हुए डीएम के. विजयेंद्र पांडियान ने शहर से लेकर देहात तक संवेदनशील क्षेत्रों में मजिस्ट्रेटी ड्यूटियां लगानी शुरू कर दी हैं। यह अधिकारी मतगणना के दिन से होली के अगले दिन तक मुस्तैद रहेंगे। जिससे चुनाव संबंधी किसी भी वाद-विवाद को तुरंत संभाल लिया जाए। ऐसे ही पुलिस भी सतर्क रहेगी। थाना स्तर पर चुनाव से पहले सूचीबद्ध किए गए प्रत्याशी समर्थकों पर भी कड़ी निगाह रखी जाएगी। डीएम बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, मतगणना के बाद किसी भी प्रत्याशी को विजय जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। जो ऐसा करेगा, उसके खिलाफ आचार संहिता के उल्लघंन की कार्रवाई की जाएगी।
मतगणना की तैयारियां शुरू: होली से एक दिन पहले होने वाली मतगणना के लिए भी प्रशासनिक स्तर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मतगणना कार्मिकों की सूची को 3 मार्च को अंतिम रूप देते हुए 4 मार्च को रैंडमाइजेशन कराया जाएगा। इसके बाद तीन दिन सभी कार्मिकों को प्रशिक्षण मिलेगा। हर विधानसभा सीट के लिए अलग-अलग कर्मचारी रिजर्व में रखे जाएंगे।