ललना की मैं सुनके आई, यशोदा ने दई बधाई
जागरण संवाददाता, एटा: भारती नगर स्थित केशव सरस्वती शिशु मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा
जागरण संवाददाता, एटा: भारती नगर स्थित केशव सरस्वती शिशु मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा श्रवण को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। उमस भरी भीषण गर्मी के बावजूद कथावाचक व्यास सीमा सिद्धी किशोरी ने जहां श्रद्धालुओं को रामजन्म की कथा सुनाकर बांधे रखा। वहीं वामन अवतार की कथा का श्रवण कराया।
इस अवसर पर व्यास ने श्रद्धालुओं को बताया कि प्रभु राम ने वाली के घमंड को चूर कर सारी पृथ्वी को दान स्वरूप ले लिया था। उसके उपरांत त्रेता युग में कैकई को दिए वचन की मैं तेरी कोख से ही जन्म लूंगा, परंतु दूध नहीं पियूंगा को चरितार्थ करने के लिए मां देवकी के उदर से जन्म लेकर गोकुल में मैया जशोदा यानी पूर्व जन्म में कौशल्या का दुग्धपान किया। वहीं अनेक बाल लीलाओं का व्यास सीमा सिद्ध ने वर्णन किया। उन्होंने कृष्ण के चोरी से माखन चुराने और पकड़े जाने का मार्मिक दृष्टांत सुनाया। मधुर आवाज में मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो भजन सुनाकर श्रद्धालुओं गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया। समूचा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भजन में डूब गया। इसके बाद कथावाचन करते हुए भगवान कृष्ण की कालीदह की कथा सुनाकर श्रोताओं की आंखें नम कर दीं। इस दौरान यशोदा मां से जब बधाई मांगी कि ललना की मैं सुनके आई, यशोदा मैया दे बधाई। इस भजन पर महिला श्रद्धालुओं के कदम जमकर थिरके। भागवत कथा में पीताम्बर धारी श्रद्धालुओं की छटा देखते ही बन रही थी। इस दौरान परीक्षित बलदेव ¨सह राठौर, राजवाला राठौर, सपना ¨सह, किशनवीर ¨सह, बॉबी गुप्ता, अमित ¨सह, सुमन ¨सह ने पगड़ी पहनाकर व्यास सीमा सिद्धी और क्षमा भारद्वाज का स्वागत सत्कार किया। कार्यक्रम में आचार्य मनीष, शिवानी, ऊषा, डॉ. आशुतोष, प्राचार्य ज्ञान ¨सह वर्मा, अनिल तोमर, धीरेंद्र ¨सह, विशाल, सुरजीत ¨सह, अर¨वद गुप्ता, विजय पचौरी, प्रदीप गुप्ता भामाशाह, दीनू राघव, वीरेंद्र ¨सह, मुन्नी देवी मौजूद रहे।