भगवान परशुराम के आदर्शों को अपनाना होगा
जागरण संवाददाता, एटा: शुक्रवार को भगवान परशुराम की जयंती विभिन्न स्थानों पर धूमधाम से मनाई गई। इस दौ
जागरण संवाददाता, एटा: शुक्रवार को भगवान परशुराम की जयंती विभिन्न स्थानों पर धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान विप्रजनों ने कहा कि भगवान परशुराम के आदर्शों को अपनाने की जरूरत है। यही समय की मांग है।
शांतिनगर स्थित शिवमंदिर में प्रांगण में शुक्रवार को परशुराम जयंती के मौके पर हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दर्जनों महिलाओं, पुरुषों व बच्चों ने भाग लिया। हवन कार्यक्रम करा रहे पं. रमेशचंद्र शास्त्री ने मंत्रोच्चार के बीच सभी को आहुति दिलाई। तत्पश्चात उन्होंने असहायों व गरीब वर्ग के लोगों की मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यही भगवान परशुराम के प्रति सच्ची आस्था होगी।
हवन कार्यक्रम के पश्चात संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में परमप्रकाश चतुर्वेदी, आदर्श मिश्रा डेनी ने कहा कि भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठवें अवतार माने जाते हैं। उनके आदर्शों को अपनाना होगा। रामौतार मिश्र व उमाकांत तिवारी ने कहा कि आज के दिन भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। विप्रजनों को चाहिए कि वे इस दिन विप्र एकता की शपथ लें। गोपाल शर्मा व मनोज पचौरी ने कहा कि भगवान परशुराम के आदर्शों को अपनाने का समय आ गया है। सभी को अपने हक के लिए आवाज उठानी चाहिए।
इस अवसर पर पं. कृष्णकांत, प्रवेश पांडेय, पुष्पा उपाध्याय, यशपाल पचौरी, रमन पांडेय, विपिन दीक्षित, अरुण उपाध्याय, संतोष भारद्वाज, अवधेश मिश्रा, अखिल दीक्षित, अतुल मिश्रा और चंदन शर्मा आदि दर्जनों लोगों ने भाग लिया।