एमडीएम चखकर डीएम ने जांची गुणवत्ता
जागरण संवाददाता, एटा: मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) की स्थिति जांचने के लिए जिलाधिकारी बुधवार को खुद निरीक्
जागरण संवाददाता, एटा: मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) की स्थिति जांचने के लिए जिलाधिकारी बुधवार को खुद निरीक्षण पर निकलीं। उन्होंने न सिर्फ मध्यान्ह भोजन के बनने और वितरण की व्यवस्था देखी, बल्कि उसे चखकर गुणवत्ता भी देखी।
बुधवार सुबह डीएम निधि केसरवानी पहले पटियाली गेट स्थित कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय और कन्या प्राथमिक विद्यालय में पहुंचीं। यहां मध्यान्ह भोजन बनाया जा रहा था। डीएम सीधे विद्यालय की रसोई में पहुंचीं और भोजन बनाए जाने की व्यवस्था परखी। बच्चों को दिए जा रहे दूध को पीकर देखा। सब कुछ सही मिलने पर वे संतुष्ट दिखीं हालांकि विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और कई बच्चों के बिना गणवेश में होने पर नाराजगी भी जताई। जूनियर विद्यालय में 99 में से 49 और प्राथमिक में 142 में से 71 बच्चे उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कहा कि छात्राओं की उपस्थिति में सुधार के प्रयास किए जाएं। जरूरत हो तो उनके परिवारीजनों से बात करें। शिक्षिका ने बताया कि कुछ बच्चों का नया प्रवेश हुआ है, जिन्हें गणवेश नहीं मिल सका है। जल्द ही उन्हें गणवेश उपलब्ध करा दिया जाएगा। यहां जिलाधिकारी ने कक्षा 4 और 5 में छात्राओं से किताब पढ़वाकर और 7 का पहाड़ा सुनने के बाद प्रोत्साहित भी किया।
इसके बाद जिलाधिकारी शीतलपुर विकासखंड क्षेत्र के सर्वोदय आश्रम स्थित प्राथमिक विद्यालय में पहुंची। यहां भी रसोई में पहुंचकर स्थिति देखी। मध्यान्ह भोजन बन चुका था। डीएम ने यहां बने हुए कोफ्ते को खाकर गुणवत्ता देखी। शिक्षा की स्थिति का जायजा लेते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से सवाल पूछे। निरीक्षण के दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी एसएस यादव, जिला समन्वयक एमडीएम अमित चौहान, एबीएसए श्रीकांत पटेल सहित संबंधित विद्यालयों का स्टाफ मौजूद रहा।