जर्जर सड़क, गंदगी और सिर पर झूलती मौत
जागरण संवाददाता, एटा: नाली का पानी सड़क पर आ चुका है। जमीन पर कीचड़ है, तो सिर पर मौत झूलती है। विकास
जागरण संवाददाता, एटा: नाली का पानी सड़क पर आ चुका है। जमीन पर कीचड़ है, तो सिर पर मौत झूलती है। विकास के दावे करने वाले यहां बस घूमकर चले जाते हैं। यहां जिंदगी पल-पल मुसीबतों से जूझती नजर आती है, लेकिन वादे करने वालों ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है। कुछ ऐसा ही गुस्सा था रविवार को इस्लाम नगर और विकास नगर के वाशिंदों का। रविवार को जागरण टीम ने यहां की हालत जानी, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
विकास नगर की हालात इतनी खराब है कि जहां सड़क हैं, वहां नाली चोक है। जहां नाली बनी हैं, तो सड़क गायब है। कीचड़ से लबालब गलियों में लोग गिरते पड़ते आते-जाते रहते हैं। नालियों का पानी घरों में घुस रहा है। नगर पालिका टैक्स लेती है, लेकिन सुविधा नहीं देती। यहां के वाशिंदे बताते हैं कि कई बार सर्वे हो चुका है। हर बार इंजीनियर फीता लेकर नाप-तौल कर जाते हैं, लेकिन आज तक गली न बन सकी। बरसात के दिनों में पूरी गली तालाब बन जाती है। हालात इतने खराब हैं कि सड़कें एक साल में ही टूट गई हैं। निर्माण में गुणवत्ता की कमी से नालियों ने साथ छोड़ दिया है। पालिका की अनदेखी पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है।
वहीं, इस्लाम नगर के हालात भी कुछ ऐसे ही हैं। नाली साफ करने को कर्मचारी नहीं आता। नालियों में पानी रुकता है, तो सड़कों पर पानी आ जाता है। सड़कें धंस चुकी हैं। कीचड़ से भरी सड़कों से लोगों का निकलना दूभर है। अनदेखी से लोगों की मुसीबतें बढ़ रही हैं।
नहीं लगे खंबे, झूलते हैं तार
इस्लाम नगर में मौत सिर पर झूलती है। तार आए दिन गिरते हैं, कोई सुनने वाला नहीं। बिजली के तार लगाने को कोई खंबा तक नहीं। अब तो लोगों ने बच्चों को बाहर भेजना तक बंद कर दिया है। घरों की दीवालों के सहारे तार निकलते नजर आते हैं। कई बार बिजली विभाग से शिकायत की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।
स्वच्छता अभियान को पलीता
इस्लाम नगर में गंदगी पीएम मोदी के सफाई को पलीता लगाती नजर आती है। जगह-जगह प्लाटों में कूड़े के ढेर और गंदगी फैली हुई है।
दो वार्डो में झूलता 'विकास'
विकास नगर की दुर्दशा की हालत ऐसी इसलिए है कि यह मुहल्ला दो वार्डो के बीच है। एक तरफ के मकान वार्ड नंबर आठ में आते हैं, तो दूसरी ओर के वार्ड नंबर 25 में। एक सभासद कहता है कि ये दूसरे सभासद का क्षेत्र है, तो दूसरा पहले वाले पर बोझ डाल देता है। दोनों सभासदों की लड़ाई में जनता पिस रही है।
जनता बोली: कोई नहीं करता सुनवाई
वार्ड की हालत बहुत खराब है। नालियां चोक पड़ी हैं। कई दिनों तक सिल्ट यूं ही पड़ी रहती है, लेकिन कोई सफाईकर्मी उठाने नहीं आता।
रईस अहमद, स्थानीय निवासी
कई बार गली का सर्वे हो चुका है। लेकिन कोई हल नहीं निकला। नालियां तो जमीन में दफन हो चुकी हैं। वार्ड की परेशानी पर पालिका का कोई ध्यान नहीं है।
मनोज कुमार, स्थानीय निवासी
वार्ड की हालत बहुत खराब है। तार झूलते हैं। बिजली विभाग को कई बार बोला है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। नालियों में खराब मैटीरियल का प्रयोग किया गया है, इसलिए नालियां जल्दी टूट रही हैं।
फेरू सिंह, स्थानीय निवासी
पालिका वाटर टैक्स लेती है, लेकिन पानी नलों में कभी नहीं आता है। जब आता है, तो बदबूयुक्त गंदा पानी। सब मनामनी पर उतारू हैं।
विनोद कुमार, स्थानीय निवासी
कहते हैं जिम्मेदार
वार्ड के विकास को काम किए जा रहे हैं। कुछ गलियां टूट गई हैं। जिसका प्रस्ताव पालिका को दे दिया है। जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
विजय पचौरी, सभासद वार्ड नंबर 25